रांची: झारखंड में 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का उद्घाटन मार्च से पहले हो जायेगा. विद्यालय में अंग्रेजी, हिंदी व जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई की सुविधा दी जायेगी. आज सरकारी विद्यालयों का रिजल्ट निजी स्कूलों के बराबर हो गया है. हमारा रिजल्ट 97 फीसदी तक पहुंच गया है.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शुक्रवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के स्थापना दिवस सह टॉपर्स सम्मान समारोह में उक्त बातें कही. कोरोना के कारण दो वर्ष बाद जैक का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. समारोह में मैट्रिक व इंटर के स्टेट टॉपर को पुरस्कृत किया गया. पुरस्कार के रूप में 21 हजार, 15 हजार और 10 हजार रुपये और पदक दिये गये.
01: राज्य में 80 उत्कृष्ट विद्यालय का उद्घाटन मार्च से पहले होगा
02 : राज्य सरकार भी स्टेट टाॅपर्स को पुरस्कृत करेगी
03 : पढ़ाई के क्षेत्र में झारखंड किसी से कमजोर नहीं रहेगा
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सम्मान समारोह में शामिल अभिभावकों से भी अपील की़ उन्होंने अभिभावकों से कहा कि आप अपने बच्चों का नामांकन सरकारी विद्यालयों में करायें़ उनके बच्चों को हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. श्री महतो ने कहा कि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. राज्य के बच्चों को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा जा रहा है. शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे एक-एक सरकारी स्कूल को गोद लें.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार भी स्टेट टाॅपर्स विद्यार्थियों को पुरस्कृत करेगी. विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप तीन लाख, दो लाख और एक लाख रुपये दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड जिस कार्य को पूरा कर रहा है, दूसरे राज्य उसे अब शुरू कर रहे हैं. इस दौरान मध्य प्रदेश में उत्कृष्ट विद्यालय योजना के उदाहरण भी दिये. कहा कि पढ़ाई के क्षेत्र में जो कमियां हैं, सरकार उसे दूर करने जा रही है. इस पर काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही राज्य में शिक्षकों के 50 हजार पद सृजित किये गये हैं. इन 50 हजार पदों के लिए दो चरणों में नियुक्ति की जायेगी.
सम्मान समारोह में दृष्टिहीन छात्र हेमंत कुमार को पुरस्कृत किया गया. हेमंत को 466 अंक मिले हैं. हेमंत संत मिखाइल नेत्रहीन हाइस्कूल रांची का छात्र है.
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि आज पहले की तुलना में करियर के अधिक विकल्प उपलब्ध हैं. बच्चों पर अपनी इच्छा अभिभावक न थोपें. करियर का चयन उन्हें अपनी इच्छा के अनुरूप करने दें. बच्चों पर दबाव नहीं बनायें. जैक अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो ने कहा कि कोविड के बाद परीक्षा हुई, रिजल्ट बेहतर रहा. जैक अब पढ़ाई में भी सहयोग करेगा.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने वर्ष 2008 से 2021 तक के सर्टिफिकेट को डीजी लॉकर में उपलब्ध करा दिया है. इसका भी शुभारंभ शुक्रवार को किया गया. इस अवसर पर जैक के उपाध्यक्ष डॉ विनोद सिंह और सचिव महीप कुमार सिंह आदि मौजूद थे़