रांची : शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की गंभीर हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आग्रह पर विशेषज्ञ डॉक्टरों का दल रविवार रात चेन्नई से रांची पहुंचा. चार्टर्ड प्लेन से रात 11 बजे रांची पहुंचे इस तीन सदस्यीय दल में डॉ अपर जिंदल, डॉ मुरली कृष्ण और डॉ जुनैद अमीन शामिल हैं.
एयरपोर्ट से डॉक्टरों का दल सीधे मेडिका अस्पताल पहुंचा, जहां शिक्षा मंत्री भर्ती हैं. यहां रिम्स के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डाॅ प्रदीप भट्टाचार्या और मेडिका के डॉ विजय मिश्रा मौजूद थे. टीम ने तत्काल मंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी ली और जांच रिपोर्ट व दी जा रही दवाओं का रिव्यू किया.
रात करीब 12:15 बजे तक डॉक्टरों की बैठक चली. उसके बाद डॉक्टरों की टीम वार्ड में भर्ती शिक्षा मंत्री का क्लिनिकल रिव्यू करने के लिए अंदर चली गयी. सूत्रों के अनुसार, टीम के आने के बाद शिक्षा मंत्री को एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजेनेटर (एकमो) मशीन पर डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. एकमो को सामान्य भाषा में आर्टिफिशल लंग्स कहा जाता है.
इससे पहले रविवार को अचानक शिक्षा मंत्री की स्थिति बिगड़ गयी. उनका ऑक्सीजन लेवल गिरना शुरू हो गया. मेडिका के क्रिटिकल केयर की टीम ने इसकी सूचना इलाज कर रहे डॉक्टरों की दी.
इसके बाद रिम्स व मेडिका के क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ अस्पताल पहुंचे. परिजनों को भी तबीयत बिगड़ने की सूचना दी गयी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इसकी जानकारी दी गयी. सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल इंवेजिव वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया. इधर, चेन्नई के डॉक्टर सोमवार सुबह आनेवाले थे, लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री के आग्रह पर वह रविवार रात ही आने को तैयार हो गये.
इस मशीन पर रखने से मरीज के पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई होती है. इसमें उसके फेफड़े को काम नहीं करना पड़ता है. शिक्षा मंत्री को चेन्नई ले जाने के बाद फेफड़े का इलाज या ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पर विचार किया जायेगा. गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री को 26 सितंबर को रिम्स में भर्ती किया गया था.
तीन दिन इलाज के बाद मेडिका में शिफ्ट कर दिया गया. इसके बाद से उनका इलाज मेडिका में ही हो रहा है. निगरानी के लिए रिम्स के चार डॉक्टरों की टीम गठित की गयी है.
posted by : sameer oraon