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News of murder in Hazaribagh : जेल में बंद मिलन तुरी ने सुपारी देकर करायी थी दीपक सिंह की हत्या

हजारीबाग जिले के गिद्दी थाना क्षेत्र के रैलीगढ़ा दो तल्ला निवासी दीपक सिंह की हत्या पांच दिसबंर को कर दी गयी थी. पुलिस ने उसका शव साधु कुटिया के पीछे से बरामद किया था. पुलिस छह दिन में ही इस हत्याकांड का खुलासा करने में सफल रही है. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेस वार्ता में बताया कि हजारीबाग जेल में बंद अपराधी वाशरी कॉलोनी क्षेत्र निवासी मिलन तुरी ने सुपारी किलर के जरिये दीपक सिंह की हत्या करायी थी.

हजारीबाग/मांडू. हजारीबाग जिले के गिद्दी थाना क्षेत्र के रैलीगढ़ा दो तल्ला निवासी दीपक सिंह की हत्या पांच दिसबंर को कर दी गयी थी. पुलिस ने उसका शव साधु कुटिया के पीछे से बरामद किया था. पुलिस छह दिन में ही इस हत्याकांड का खुलासा करने में सफल रही है. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बुधवार को प्रेस वार्ता में बताया कि हजारीबाग जेल में बंद अपराधी वाशरी कॉलोनी क्षेत्र निवासी मिलन तुरी ने सुपारी किलर के जरिये दीपक सिंह की हत्या करायी थी.

दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

दीपक सिंह हत्याकांड में पुलिस ने बरही थाना क्षेत्र के करियातपुर निवासी संतोष कुमार उर्फ होरिल भुइयां (पिता-स्व इंद्रदेव भुइयां, वर्तमान पता-गिद्दी तूफान चौक) और गिद्दी वाशरी कॉलोनी निवासी यूरबी करमाली उर्फ अभिराज करमाली (पिता-मुन्ना करमाली) को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से हत्या में इस्तेमाल की गयी पिस्टल, सुपारी के 16,300 रुपये और दो मोबाइल फोन समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं. गिरफ्तार आरोपियों के पास मृतक दीपक सिंह का मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है.

आपसी रंजिश और रुपये लेन-देन के विवाद में की गयी थी हत्या

एसपी ने बताया कि जेल में बंद मिलन तुरी और दीपक सिंह के बीच आपसी रंजिश चल रही थी. दोनों के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद था. इसलिए मिलन ने दीपक को रास्ते से हटाने की साजिश रची. उसने संतोष व यूरबी करमाली से संपर्क किया और दोनों को दीपक सिंह की हत्या की सुपारी दी. घटना के दिन संतोष ही दीपक सिंह को उसके घर पर दोपहर में बुलाने गया था. इसके बाद संतोष और यूरबी उसे लेकर भुरकुंडा व पतरातू ले गये थे. वह चार दिसंबर की शाम गिद्दी लौटे. गिद्दी-रैलीगढ़ा साधु कुटिया के पास संतोष ने दीपक सिंह को गांजा बनाने के लिए कहा. इसी दौरान संतोष कुमार ने उसे गोली मारकर हत्या कर दी. दीपक की हत्या के बाद मिलन तुरी ने यूरबी करमाली को 25 हजार और संतोष कुमार को 17 हजार रुपये भेजवाये थे.

बड़कागांव एसडीपीओ के नेतृत्व में बनाया गया था जांच दल

एसपी ने बताया कि दीपक सिंह हत्याकांड की जांच के लिए बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी थी. टीम में बड़कागांव इंस्पेक्टर अनिल कुमार, गिद्दी थाना प्रभारी कुंदन कुमार समेत कई दारोगा शामिल थे. तकनीकी शाखा की मदद से दोनों आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटायी गयी.

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