झारखंड में EWS वर्ग के बच्चे को भी मिलेगा विदेशों में पढ़ने का मौका, सरकार तैयार कर रही रोड मैप
झारखंड में योजना का संचालन कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है. कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ सामान्य वर्ग के लोगों को नहीं देने का प्रावधान है.
विवेक चंद्र, रांची :
झारखंड सरकार आर्थिक रूप से कमजोर (इडब्ल्यूएस) वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को भी उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजना चाहती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना’ का विस्तार करने का निर्देश दिया है. योजना के तहत एसटी, एससी, पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्ग के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करती है.
योजना का संचालन कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है. कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ सामान्य वर्ग के लोगों को नहीं देने का प्रावधान है. ऐसे में इडब्ल्यूएस को इसका लाभ कैसे मिले, इसका रोड मैप तैयार करने का निर्देश विभाग को दिया गया है.
प्रस्ताव पर हो रहा मंथन
मुख्यमंत्री द्वारा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के विस्तार का निर्देश देने के बाद आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने पर मंथन किया जा रहा है. समाज कल्याण व शिक्षा विभाग के माध्यम से इडब्ल्यूएस श्रेणी के सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को योजना का लाभ कैसे मिले, इसकी योजना बनायी जा रही है.