रांची, राज लक्ष्मी. झारखंड की राजधानी रांची में जयराम महतो पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस के साथ झड़प में उनकी गंजी फट गयी. पुलिस ने जयराम महतो को आज शाम तक के लिए हिरासत में ले लिया है. रांची में पुलिस की लाठी खाने के बाद टाइगर जयराम महतो ने कहा कि आज शहीद भगत सिंह का शहादत दिवस है. हम डरने वाले नहीं हैं. आज डर गये, तो हमें कभी अपना हक नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि अब किसी बात का डर नहीं है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा. इसके बाद छात्र वहीं पर बैठ गये. शाम में राजभवन मार्च की तैयारी हो गयी. लेकिन, देर शाम जयराम महतो को रिहा कर दिया गया. इसके बाद जयराम महतो ने वीडियो कॉल करके अपने समर्थकों से कहा- सब कुछ ठीक है. इसके बाद राजभवन मार्च को स्थगित कर दिया गया.
इससे पहले दिन में जयराम महतो ने कहा कि राज्य में 2 लाख से अधिक नौकरी लोगों को मिलनी है. अगर यही नीति रही, तो झारखंड में 1.5 लाख बाहरी लोगों को नौकरी मिल जायेगी. यहां के लोग नौकरी से वंचित रह जायेंगे. फिर झारखंड क्यों बना? उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने दल-बल के साथ छात्रों पर लाठीचार्ज किया. रबर के बुलेट भी दागे हैं, जिसमें कई छात्र घायल हो गये हैं. उन्होंने कहा कि भगत सिंह के शहादत दिवस पर अगर पुलिस हमारे ऊपर गोली भी चलायेगी, तो हम उससे भी नहीं डरेंगे. हम पीछे नहीं हटेंगे.
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पुरानी विधानसभा से नयी विधानसभा तक मार्च का छात्रों का कार्यक्रम था. छात्रों ने कहा था कि आंदोलन अहिंसक होगा. शांतिपूर्ण होगा. हमने कोई असंवैधानिक या अमर्यादित आचरण नहीं किया. हम 60:40 को अहितकारी मानते हैं. अगर यह नीति लागू हो गयी, तो बाहरी लोगों को नौकरी बेची जायेगी. छात्रों ने विधानसभा से 400-500 मीटर की दूरी पर आंदोलन कर रहे थे.
एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा कि विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों को जगन्नाथपुर में बैरिकेडिंग करके रोका गया. लेकिन, इन लोगों ने बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और आगे बढ़ गये. इन्होंने विधानसभा की दीवार फांदकर अंदर दाखिल होने की कोशिश की. इन्हें नीचे हटाया गया है. घोषणा करके बताया गया है कि यहां 144 लागू है. आपलोग दूर चले जायें और वहां जाकर आंदोलन करें.
एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) जब मीडिया को यह जानकारी दे रहे थे, जयराम महतो समेत सभी छात्रों ने कहा कि एडीएम साहब गलत बोल रहे हैं. प्रशासन ने खुद उन्हें रास्ता दिया. इसके बाद छात्र वहां से आगे बढ़े. उल्लेखनीय है कि झारखंड के छात्र 60:40 वाली नियोजन नीति का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वे 23 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे. पुलिस ने पहले उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोका. दूसरे रास्ते से जब छात्र विधानसभा पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, तो उन पर लाठीचार्ज किया गया. आंसू गैस के गोले दागे गये. बाद में छात्रों ने भी पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गये.