Janmasthami 2022: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर रांची के बोड़ेया स्थित मदन मोहन मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र है. इस मंदिर की स्थापना 1665 ईस्वी में बोड़ेया के लक्ष्मी नारायण तिवारी ने करायी थी. मंदिर का निर्माण ग्रेनाइट से किया गया है. प्राचीन होने के बाद भी मंदिर की नक्काशी आज भी देखने लायक है. दीवार पर कैथी भाषा में मंदिर की स्थापना आैर सुरक्षा से संबंधित बातें लिखी हुई हैं. मंदिर में राधा-कृष्ण की प्रतिमा स्थापित है.
पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
शुक्रवार को मदन मोहन मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव मनाया गया. मंदिर को फूलों से सजाया गया है. सुबह में यहां श्रृंगार पूजा हुई. दोपहर में भोग लगाया गया. शाम में आरती के बाद कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. देर शाम तक पूजा के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही.
झूलन पूजा बना आर्कषण का केंद्र
मंदिर परिसर में झूला लगाया गया है. इसे आकर्षक ढंग से सजाया गया है. इसमें लड्डू गोपाल को रखा गया है. भक्त यहां लड्डू-गोपाल की पूजा कर झूला झुला रहे हैं. यहां बच्चों आैर महिलाअों की काफी भीड़ देखी गयी. यहां पूजा के बाद सेल्फी लेने वालों की भीड़ लगी हुई थी.
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मंदिर निर्माण के बाद यहां की प्रतिमा कई बार चोरी हुई, लेकिन भक्तों की आस्था कम नहीं हुई. शुरू में 1950 के दशक में सोने की मूर्ति की चोरी हुई. चोरी के बाद यहां संगमरमर की मूर्ति लगायी गयी. वर्ष 1982-83 में फिर मूर्ति की चोरी हुई. यहां संगमरमर की मूर्ति लगायी गयी. 2013 में मूर्ति की चोरी हुई. इसके बाद बनारस से अष्ट धातू की मूर्ति मंगा कर स्थापित की गयी.
शाम में नृत्य नाटिका प्रतियोगिता हुई
शाम में बच्चों के लिए नृत्य नाटिका प्रतियोगिता हुई. इसके बाद भजन मंडली द्वारा भजन- कीर्तन का आयोजन किया गया. इस महोत्सव को सफल बनाने में कमेटी के अध्यक्ष चंद्रभूषण तिवारी, सचिव मनोज तिवारी, कोषाध्यक्ष गोपाल नारायण तिवारी, गोविंद नारायण तिवारी, मुरारी नारायण तिवारी, अभय तिवारी, राकेश सहित बोड़ेया ग्रामवासी लगे हुए हैं.
रिपोर्ट : सरोज तिवारी, रांची