विक्षुब्धों को साधने का प्रयास, बैठक में नहीं पहुंचे जंयत सिन्हा व सुनील सोरेन
झारखंड में प्रत्याशियों की घोषणा के बाद एनडीए ने पहली बैठक कर अपनी एकजुटता दिखायी. मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक कर लोकसभा की सभी 14 सीटें जीतने का संकल्प लिया.
झारखंड में प्रत्याशियों की घोषणा के बाद एनडीए ने पहली बैठक कर अपनी एकजुटता दिखायी. मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक कर लोकसभा की सभी 14 सीटें जीतने का संकल्प लिया. इस बैठक के माध्यम से विक्षुब्ध नेताओं को साधने का प्रयास किया गया. बैठक में भाजपा के उन पांच सांसदों को भी बुलाया गया था, जिनका टिकट इस बार काटा गया गया. इनमें से तीन सांसद ही बैठक में शामिल हुए. हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा व दुमका सांसद सुनील सोरेन बैठक में नहीं पहुंचे. वहीं, चतरा सांसद सुनील सिंह, लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत व धनबाद सांसद पीएन सिंह ने बैठक में शामिल होकर पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा दिखायी. चतरा से कालीचरण सिंह को प्रत्याशी बनाये जाने के विरोध में पार्टी नेता राजधानी यादव के समर्थकों ने नारेबाजी की. हालांकि, बैठक समाप्त होने के बाद प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने राजधानी यादव को बुला कर उनसे बातचीत की. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि फिलहाल हमारा फोकस इस पर है कि झारखंड में लोकसभा की सभी 14 सीटों को कैसे जीता जाये. कहीं से किसी की कोई नाराजगी नहीं है. बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत एनडीए के सभी घोषित प्रत्याशी व भाजपा और आजसू के वरिष्ठ नेता मौजूद थे.