JBVNL ने 400 मेगावाट बिजली अदानी पावर से मांगा, पीपीए के लिए भेजा प्रस्ताव
बताया गया कि वर्ष 2020 से सात बार अदानी द्वारा जेबीवीएनएल को पत्र लिख कर कहा गया कि कंपनी 400 मेगावाट बिजली अपने छत्तीसगढ़ प्लांट से देने के लिए तैयार है.
सुनील चौधरी, रांची : अदानी पावर से पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) के लिए तीन वर्षों के बाद अब झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने प्रस्ताव दिया है. जेबीवीएनएल प्रबंधन द्वारा अदानी को पत्र लिख कर कहा गया है कि गोड्डा में लगाये गये 1600 मेगावाट के पावर प्लांट के एवज में कंपनी को 25 प्रतिशत यानी 400 मेगावाट बिजली झारखंड को देनी है. जेबीवीएनएल अब इस बिजली को लेना चाहता है. किस दर और किन शर्तों पर बिजली दी जायेगी इस बाबत अदानी पावर से एक प्रस्ताव की मांग जेबीवीएनएल द्वारा की गयी है.
फिलहाल अदानी इस पत्र पर विचार कर रहा है. बताया गया कि वर्ष 2020 से सात बार अदानी द्वारा जेबीवीएनएल को पत्र लिख कर कहा गया कि कंपनी 400 मेगावाट बिजली अपने छत्तीसगढ़ प्लांट से देने के लिए तैयार है. इसके बाद जेबीवीएनएल द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया. अदानी द्वारा वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2023 के बीच सात बार रिमाइंडर भेजा गया. जिसका जवाब अब फरवरी 2024 में जेबीवीएनएल ने दिया है.
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क्या है मामला
अदानी पावर द्वारा गोड्डा में 1600 मेगावाट का पावर प्लांट लगाया गया है. इससे उत्पादित बिजली बांग्लादेश को भेजी जाती है. पर एमओयू की शर्तों के तहत 25 प्रतिशत यानी 400 मेगावाट बिजली झारखंड को अनुदानित दर पर देनी है. अदानी द्वारा कहा गया है कि गोड्डा पावर प्लांट से उत्पादित सारी बिजली शर्तों के अनुसार बांग्लादेश को ही देनी है. पर इसके एवज में झारखंड सरकार के साथ हुए करार के तहत 400 मेगावाट बिजली कंपनी अपने अन्यत्र पावर प्लांट से देगा. राज्य को कहा गया था कि या तो गुजरात के मुंद्रा से अथवा छत्तीसगढ़ से बिजली झारखंड ले. दोनों जगह से कंपनी बिजली उपलब्ध कराने के लिए तैयार है. कंपनी द्वारा ऊर्जा विभाग को पत्र भेज कर कहा गया था कि प्रतिबद्धता के तहत अदानी पावर झारखंड को 400 मेगावाट या इससे अधिक भी बिजली उपलब्ध कराने के लिए तैयार है. 400 मेगावाट बिजली लागत दर पर और इससे अधिक बिजली ली जाती है तो वेरियेबल कॉस्ट (परिवर्तनीय लागत) पर दी जायेगी.
लोड शेडिंग से मिल सकती है निजात
झारखंड में इन दिनों प्रतिदिन 250 से 300 मेगावाट बिजली की कमी हो जाती है. जेबीवीएनएल पावर एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली लेने का प्रयास भी करता है, तो पीक आवर में यह बिजली नहीं मिल पाती. जिसका खामियाजा यहां की जनता को लोड शेडिंग के रूप में भुगतना पड़ता है. गर्मी के मौसम में राज्य में बिजली की मांग बढ़ कर 3000 मेगावाट तक चली जाती है. जबकि उपलब्धता 2200 से 2300 मेगावाट तक ही हो पाती है. गर्मी के मौसम में भी लगातार लोड शेडिंग का सामना करना पड़ता है. जेबीवीएनएल के अधिकारियों ने बताया कि यदि अदानी से 400 मेगावाट बिजली मिलने लगे तो बहुत हद तक राज्य में लोड शेडिंग की समस्या से निजात मिल सकती है.