जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि 1975 में घोषित आपातकाल लगाया गया था. आज देश में अघोषित आपातकाल है, जो उससे भी खतरनाक है. आज केंद्र सरकार के खिलाफ कोई बोल नहीं सकता है. अगर आप सरकार के खिलाफ बोलते हैं, तो देशद्रोही साबित हो जायेंगे. आज उद्योग घरानों व संस्थानों के माध्यम से लोकतंत्र चलाया जा रहा है, जो देश के लिए घातक है. श्री सिंह बुधवार को राजधानी रांची में पार्टी के कोर कमेटी के सदस्यों व वरिष्ठ नेताओं की बैठक से पहले पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद चल रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली सोनिया गांधी व राहुल गांधी से मिल कर पहल करने का आग्रह किया है, लेकिन अब तक कांग्रेस की ओर से कोई संदेश नहीं आया है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में देश भाजपा मुक्त होगा. एक सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी ने महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन किया है.
1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे इसके संबंध में कोई जानकारी नहीं है. प्रदेश प्रभारी अशोक चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो के साथ विमर्श कर पार्टी राज्य सरकार को अपना मंतव्य देगी.
बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गये सवाल पर कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था दुरुस्त है. भारत सरकार के अधीन दिल्ली की कानून व्यवस्था सबसे खराब है. उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने के सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि वे चले गये तो चले गये. अब इस पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है.
मौके पर प्रदेश प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, विधान परिषद सदस्य संजय सिंह, विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो, पूर्व विधायक गौतम सागर राणा, बेलहर विधायक मनोज यादव, प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता श्रवण कुमार, डॉ आफताब जमील, भगवान सिंह, रेणु गोपीनाथ पाणिंकर, पिंटू सिंह, अखिलेश राय, आशा शर्मा, सागर कुमार समेत कई नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे.