रांची : देश भर के 23 आइआइटी कॉलेजों में प्रवेश के लिए रविवार को जेइइ एडवांस परीक्षा हुई. परीक्षा रांची के दो केंद्रों आइऑन डिजिटल जोन तुपुदाना व आइऑन एसआरएस पार्क टाटीसिलवे पर दो पाली में हुई. दोनों केंद्रों पर कुल 2242 (94%) विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे. विद्यार्थी मैथ्स व फिजिक्स के कठिन प्रश्नों में उलझ गये. वहीं, केमेस्ट्री के प्रश्न आसान थे.
विद्यार्थियों ने पेपर-1 में मैथ्स और पेपर-2 में मैथ्स व फिजिक्स के प्रश्नों को कठिन बताया. जबकि, केमिस्ट्री के प्रश्न दोनों पाली में सामान्य रहे. परीक्षार्थियों का कहना था कि कैलकुलस से इस बार कम प्रश्न पूछे गये. वेक्टर, थ्रीडी के प्रश्न एप्लीकेशन और फॉर्मूला बेस्ड थे. वहीं, इंटीजर टाइप क्वेश्चन, थ्री-डी ज्योमेट्री, कॉम्प्लेक्स नंबर, क्वाडरेटिक इक्वेश्न, प्रोबैबिलिटी, मैट्रिसेस से पूछे गये प्रश्न हाइ ऑर्डर थिंकिंग बेस्ड थे, जिन्हें हल करने में समय लगा.
फिजिक्स खंड के प्रश्नों ने भी विद्यार्थियों को दोनों पाली में उलझाये रखा. परीक्षार्थियों ने बताया कि पेपर-1 में जहां न्यूमेरिकल बेस्ड क्वेश्चन दो कंसेप्ट को मिलाकर दिये गये थे. वहीं, दूसरी पाली में मल्टी करेक्ट टाइप प्रश्नों ने सटीक उत्तर तक नहीं पहुंचने दिया. मैग्नेटिक्स, करेंट-इलेक्ट्रिसिटी, फ्लूइड मेकैनिक्स, थर्मोडायनेमिक्स, सेल एंड बैटरी, काइनामेटिक्स, एलसी सर्किट और ऑप्टिक्स से जुड़े प्रश्नों को समझने में परेशानी हुई़ परीक्षा में केमिस्ट्री खंड ने विद्यार्थियों को राहत दी.
परीक्षार्थियों ने बताया कि इनऑर्गेनिक के प्रश्न आसान और सब्जेक्टिव थे. वहीं, फिजिकल केमिस्ट्री से पूछे गये प्रश्नों में भी इनऑर्गेनिक के लॉजिक काे मिक्स किया गया था. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से कम प्रश्न पूछे गये थे.
जेइइ एडवांस का रिजल्ट 11 सितंबर को सुबह 10 बजे जारी कर दिया जायेगा. परीक्षार्थियों को 16232 सीटों पर दाखिले का मौका मिलेगा. परीक्षा में देश भर से लगभग 2.5 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए.
फिटजी रांची के सेंटर हेड रणधीर कुमार ने बताया कि दोनों पाली में पीसीएम से जुड़े कुल 54 प्रश्न पूछे गये. इस बार प्रत्येक खंड से 18-18 प्रश्न 60-60 अंक के थे. प्रश्न पत्र में सिंगल ऑप्शन करेक्ट टाइप, मल्टीपल करेक्ट टाइप, पैराग्राफ बेस्ड और न्यूमेरिकल आधारित प्रश्न पूछे गये थे. जेइइ एडवांस ने अपना स्तर बनाये रखा है. विद्यार्थियों ने पहली पाली की अपेक्षा दूसरी पाली को ज्यादा कठिन बताया. प्रश्नपत्र में किसी प्रश्न के गलत होने की संभावना नहीं है. इस वर्ष पेपर के डिफिकल्टी लेवल को देखते हुए जेइइ एडवांस का कटऑफ कम हो सकता है.