रांची (संजीव सिंह). रांची विश्वविद्यालय में 21 विषयों में 782 सीट पर नेट/जेआरएफ/जेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी पीएचडी कर सकेंगे. जबकि 479 सीट पर पीएचडी करने के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि चार जनवरी 2025 निर्धारित की गयी है.
इधर विवि प्रशासन ने अवकाश के दिनों में भी अभ्यर्थियों का आवेदन जमा लेने के लिए दो कर्मियों को प्रतिनियुक्ति किया है. विवि में वर्तमान में 21 विषयों में कुल 1261 सीटें पीएचडी के लिए रिक्त हैं. यूजीसी नियमानुसार राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट)/जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) से उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए 60 प्रतिशत सीट यानि 757 तथा झारखंड पात्रता परीक्षा (जेट) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए दो प्रतिशत यानि 25 सीट निर्धारित की गयी हैं. विवि में कुल 22 विषय में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा में एक भी सीट रिक्त नहीं है. जबकि सबसे अधिक 52 सीट हिंदी विषय में हैं.नेट/जेआरएफ/जेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा से छूट
नेट/जेआरएफ/जेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा से छूट दी गयी है. प्रवेश परीक्षा डेढ़ घंटे की होगी. कुल सौ अंकों में 70 अंक लिखित परीक्षा के तथा 30 अंक रिसर्च आइडिया/वायवा आदि पर दिये जायेंगे. लिखित परीक्षा में रिसर्च मैथेडोलॉजी पेपर 50 अंकों की होगी. इसमें 50 प्रश्न होंगे. जबकि संयुक्त विषय की 20 अंकों की परीक्षा होगी, जिसमें 20 प्रश्न होंगे. प्रत्येक सही उत्तर पर एक अंक मिलेंगे, जबकि एक गलत उत्तर होने पर 0.5 अंक काट लिये जायेंगे.असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए नेट/जेट उत्तीर्ण के बाद भी पीएचडी जरूरी
झारखंड में यूजीसी रेगुलेशन-2018 के मुताबिक असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति में दो जुलाई 2023 के बाद नेट/जेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी को पीएचडी की डिग्री हासिल करना अनिवार्य किया गया है. तीन से 16 जनवरी 2025 तक हो रहे यूजीसी नेट दिसंबर 2024 में अभ्यर्थी तीन केटेगरी के शामिल होंगे. इनमें एक असिस्टेंट प्रोफेसर व जूनियर रिसर्च फेलो, दूसरा असिस्टेंट प्रोफेसर व पीएचडी तथा तीसरा सिर्फ पीएचडी प्रवेश के होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है