रामगढ़ : रामगढ़ के सुकरीगढ़ा में अप्रैल से ज्वेलरी क्लस्टर आरंभ हो जायेगा. जहां कारीगर आधुनिक मशीनों से सोना व चांदी के जेवर बनाकर आपूर्ति कर सकेंगे. इसके लिए उद्योग विभाग के अधीन संचालित मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड ने आधुनिक मशीन के लिए निविदा जारी कर दी है. इन मशीनों से सोना व चांदी के जेवरों का निर्माण आसानी से हो सकेगा.
रामगढ़ के सुकरीगढ़ा में 500 कारीगर परंपरागत रूप से जेवर का निर्माण करते आ रहे हैं. रांची, हजारीबाग और रामगढ़ शहर के जेवर व्यवसायी इन कारीगरों को अॉर्डर देकर जेवर बनवाते हैं और फिर शहर में बेचते हैं. 2.5 वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड की नजर इस क्षेत्र में पड़ी. यहां देखा गया कि कारीगर हाथ से ही जेवरों में नक्काशी कर रहे थे.
इनकी कारीगरी उम्दा थी. इसके बाद केंद्र की स्फूर्ति योजना से यहां क्लस्टर बनाने का फैसला लिया गया. यहां बोर्ड द्वारा स्वर्णकार व कारीगर को लेकर एक स्पेशल पर्पस व्हीकल(एसपीवी) बनाया गया. स्फूर्ति योजना से 3.65 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली. 36 लाख रुपये में जमीन ली गयी. फिर कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) तैयार कराया गया. सीएफसी का भवन बनकर तैयार हो गया है.
बोर्ड के सीइओ अजय सिंह ने बताया कि कारीगरों को गुजरात भेजा गया. जहां देखा गया कि कैसे आधुनिक मशीनों से जेवर का निर्माण किया जाता है. सबका आकलन कर लगभग 1.90 करोड़ की मशीन की जरूरत सीएफसी में पायी गयी. जिसके लिए निविदा जारी कर दी गयी है. इसमें चेन बनाने की मशीन अलग होगी. एक एयर ब्लास्ट फर्नेंस भी होगा. जहां आसानी से जेवरों को गलाया जा सकेगा.
Posted By: Sameer Oraon