रांची. रांची वीमेंस कॉलेज की सेवानिवृत्त प्राध्यापिका डॉक्टर सुषमा दास से 15 लाख रुपये के जेवरात की ठगी का मामला सामने आया है. वह लालपुर थाना क्षेत्र के कचहरी रोड स्थित सुरभि अपार्टमेंट में रहती हैं. लालपुर थाना में दर्ज प्राथमिकी में इन्होंने कहा है कि 17 जनवरी की सुबह सवा नौ बजे वे अपने निवास स्थान से काली मंदिर रोड जा रही थीं. इसी दौरान काली मंदिर से पहले एक अज्ञात व्यक्ति ने पीछे से मैडम कहकर बुलाया. कहा कि आपको सर बुला रहे हैं. तब वह पान गुमटी के पास खड़े एक अज्ञात व्यक्ति के पास गयी. उस व्यक्ति ने कहा कि कल यहां पर चोरी हुई थी. आपको पता है. मैंने कहा कि नहीं. वहीं पर एक और आदमी खड़ा था. उसने कहा कि हम पुलिस डिपार्टमेंट से हैं. हमें देखने के लिए ड्यूटी मिला है. आज से दो दिन तक इस इलाके में सोना पहनना मना है. इसलिए आपने जो भी सोना पहना है, उसे खोल कर रख लीजिए. मैंने कहा कि ठीक है. मेरा घर सामने में ही है. मैं जाकर जेवरात खोल दूंगी. तब उसने कहा कि नहीं मैडम, आपको मेरे सामने ही जेवरात खोलना होगा. वर्ना दो हजार रुपये का फाइन देना होगा. इसके बाद हीरा लगी दो अंगूठी के अलावा नीलम व पोखराज जड़ित दो अंगूठी को खोलकर हाथ में पकड़ लिया. वह हाथ से चूड़ी खोल रही थी. तभी उसने एक पेपर निकाला. कहा कि इस पर अंगूठी रख दीजिये. इसके बाद डायमंड लगी दो चूड़ी भी हाथ से खोलकर उसके हाथ में दे दी. तब उसने अंगूठी के साथ ही दोनों चूड़ी रख लिया. मेरे सामने ही कागज को मोड़कर कहा कि रख लीजिये मैडम. हाथ में पेपर लेकर कुछ दूर चलने के बाद शक होने पर चेक किया, तो तब देखा कि उसमें सिल्वर कलर की दो नकली चूड़ी थी. मेरे जेवरात गायब थे, जिसका मूल्य 15 लाख रुपये था.
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