शकील अख्तर
Jharkhand : वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की उपलब्धि सिर्फ 8.62 प्रतिशत और कचरा प्रबंधन में 3.7 प्रतिशत रही. विभाग ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की फंगशनल हाउस होल्ड कनेक्शन में भी अपने वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 37.03 प्रतिशत ही उपलब्धि हासिल की. स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में भी पेयजल एवं स्वचछता विभाग असफल रहा है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 1.43 लाख व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित था. इसके मुकाबले सिर्फ 12 हजार 373 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण पूरा हो सका. यानी व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में विभाग की उपलब्धि सिर्फ 8.62 प्रतिशत रही. वर्ष 2021 में विभाग के लिए 100 सामुदायिक स्वच्छता केंद्र के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित था. इसके मुकाबले में सिर्फ 46 सामुदायिक स्वच्छता केंद्र का ही निर्माण कराया जा सका. गीला और ठोस कचरा प्रबंधन के लिए 6165 योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन सिर्फ 233 का काम ही पूरा हो सका. यानी कचरा प्रबंधन में वार्षिक उपलब्धि सिर्फ 3.7 प्रतिशत रही.
केंद्र प्रायोजित योजना जल जीवन मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य के 9.50 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. विभाग सिर्फ 3.51 लाख ग्रामीण परिवारों तक ही नल से शुद्ध पेयजल (एफएचटीसी) उपलब्ध करा सका है. ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की धीमी गति से जल जीवन मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य को समय पर पूरा कर पाना संभव प्रतीत नहीं होता है. जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक राज्य के कुल 59.23 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित है. हालांकि, अब तक सिर्फ 10.89 लाख परिवारों तक ही नल से स्वच्छ पेयजल पहुंचाया जा सका है. यह निर्धारित लक्ष्य का सिर्फ 18.4 प्रतिशत है.
काम लक्ष्य काम पूरा उपलब्धि
व्यक्तिगत शौचालय निर्माण 1,43,374 12,373 8.62%
सामुदायिक स्वच्छता केंद्र 100 46 46.00%
ठोस व गीला कचरा प्रबंधन 6165 233 3.70%
गांवों में शुद्ध पेयजल 9,50,000 3,51,793 37.03%
सुदूर क्षेत्रों में नलकूप 21,870 18,700 85.50%
विभाग ने राज्य के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नलकूप लगाने में 85.50 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज करायी है. राज्य के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के जिन टोलों में पेयजल की सुविधा आंशिक रूप से या नहीं के बराबर उपलब्ध है, वैसे टोलों में प्रति पंचायत पांच-पांच की दर से नलकूप लगाने का फैसला किया गया था. इसके तहत विभाग को वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 21,870 नलकूप लगाने का लक्ष्य निर्धारित था. इसके मुकाबले विभाग ने ऐसे टोलों में 18,700 नलकूप लगाने में कामयाबी हासिल की है.