Jharkhand: 19 जिलों में तेज रफ्तार से जान गंवाने वाले बढ़े, मौत के आंकड़े में हेलमेट नहीं पहनने वाले 46 %
राज्य में तेज रफ्तार से जान गंवाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. पिछले वर्ष जनवरी से अगस्त तक में 2302 लोगों की मौत सड़क हादसे में हो गयी थी. इस वर्ष 2592 लोगों की मौत हुई है. जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 290 फीसदी ज्यादा है. मौत के कुल आंकड़े में बिना हेलमेट वाले ज्यादा
Jharkhand News: राज्य में तेज रफ्तार से जान गंवाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. पिछले वर्ष (2021) जनवरी से अगस्त तक में 2302 लोगों की मौत सड़क हादसे में हो गयी थी. इस वर्ष (2022) 2592 लोगों की मौत हुई है. जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 290 (12.60) फीसदी ज्यादा है. 19 जिलों रांची, बोकारो, चतरा, चाईबासा, देवघर, धनबाद, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, हजारीबाग, जमशेदपुर, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, रामगढ़ व सरायकेला में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा मौत दर्ज की गयी है.
इन जिलों के आंकड़े में आयी कमी
वहीं पांच जिलों दुमका, गुमला, जामताड़ा, साहिबगंज व सिमडेगा में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आयी है. ज्यादा मौत की वजह लापरवाही से ओवर स्पीड वाहन चलाने और हेलमेट नहीं पहनना है. परिवहन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें, तो 2021 में जनवरी से अगस्त तक 3081 सड़क हादसे हुए थे. वहीं इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 3450 पर पहुंच गयी है. जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 369 (11.98 प्रतिशत) हो गयी है. परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 18 से 25 और 35 से 45 तक के उम्रवाले 10 प्रतिशत व 25 से 35 वर्ष वाले 12 फीसदी लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 142 ब्लैक स्पॉट है. इसमें रामगढ़ में सर्वाधिक 27, धनबाद में 19, गुमला में 18, बोकारो में 16 और रांची में आठ स्पॉट हैं.
किस वजह से कितने प्रतिशत लोगों की मौत
ओवर स्पीड 88%
खतरनाक तरीके से वाहन चलाने 06%
गलत साइड से ड्राइविंग 04%
शराब पीकर वाहन चलाने 02%
सेफ्टी और बिना सेफ्टी के मौत का आंकड़ा
हेलमेट पहनने पर मौत 14 प्रतिशत
हेलमेट पहनने के बाद गंभीर घायल 15 प्रतिशत
बिना हेलमेट के 46 प्रतिशत
बिना हेलमेट के घायल 25 प्रतिशत
कार में सीट बेल्ट लगाने के बाद मौत 13 प्रतिशत
सीट बेल्ट लगाने के बाद गंभीर घायल 14 प्रतिशत
बिना सीट बेल्ट के मौत 38 प्रतिशत
बिना सीट बेल्ट के गंभीर रूप से घायल 35 प्रतिशत
किस वाहन से कितने प्रतिशत हादसे व मौत
वाहन हादसे मौत
दो पहिया 39 प्रतिशत 44 प्रतिशत
ऑटो चार प्रतिशत चार प्रतिशत
कार, जीप, टैक्सी 18 प्रतिशत 15 प्रतिशत
बस दो प्रतिशत एक प्रतिशत
ट्रक व लॉरी 14 प्रतिशत 12 प्रतिशत
हैवी वाहन (कंटेनर, लॉरी) चार प्रतिशत तीन प्रतिशत
ट्रैक्टर व छोटा मालवाहक छह प्रतिशत सात प्रतिशत
साइकिल दो प्रतिशत तीन प्रतिशत
जिलावार ब्लैक स्पॉट
बोकारो 16
देवघर एक
धनबाद 19
दुमका पांच
गढ़वा दो
गिरिडीह आठ
गुमला 18
हजारीबाग एक
जमशेदपुर छह
खूंटी 12
कोडरमा15
लोहरदगा दो
रामगढ़ 27
रांची आठ
साहिबगंज एक
सरायकेला एक
पश्चिम सिंहभूमएक
जिलावार मौत का आंकड़ा
जिला 2021 2022
बोकारो 94 152
चतरा 70 91
चाईबासा 98 102
देवघर 78 96
धनबाद 144 155
दुमका 133 124
गढ़वा 70 83
गिरिडीह 120 142
जिला 2021 2022
गोड्डा 36 70
गुमला 127 102
हजारीबाग 163 165
जमशेदपुर 128 129
जामताड़ा 49 30
खूंटी 69 75
कोडरमा 45 49
लातेहार 63 78
जिला 2021 2022
लोहरदगा 36 47
पाकुड़ 60 67
पलामू 131 142
रामगढ़ 94 109
रांची 271 309
साहिबगंज 49 36
सरायकेला 98 127
सिमडेगा 76 72
उम्रवार मौतों और गंभीर रूप से घायलों का ब्योरा
उम्र मौत घायल
18 से कम 04% 04%
18 से 25 10% 07%
25 से 35 12% 09%
35 से 45 10% 07%
45 से 60 06% 04%
60 से ज्यादा 02% 01%
अज्ञात 11% 13%
चार जिलों में सबसे ज्यादा हो रही मौत
राज्य के चार जिले ऐसे हैं जहां सड़क हादसों में पिछले वर्ष की तुलना में जनवरी से अगस्त तक इस वर्ष दूसरे जिलों की अपेक्षा ज्यादा मौतें हुई है. बोकारो में 2021 में 171 सड़क हादसों में 94 लोग मरे थे और 126 लोग घायल हुए थे. वहीं 2022 में हुए 224 हादसों में 152 लोगों की मौत हुई और 135 लोग घायल हुए. धनबाद में 2021 में 230 हादसों में 144 लोग मरे व 130 घायल हुए थे. वहीं 2022 में 272 सड़क हादसों में 195 लोग मरे और 195 घायल हुए. रांंची जिले में 2021 में 399 सड़क दुर्घटना में 271 की मौत व 217 घायल हुए थे. जबकि 2022 में 440 हादसों में 309 लोग मरे व 270 घायल हुए. इसी तरह गोड्डा जिले में 2021 में 59 सड़क हादसों में 36 की मौत व 31 घायल थे. वहीं इस वर्ष 84 हादसों में 70 लोग मरे व 62 घायल हुए हैं.