झारखंड की राजधानी रांची में 8 तल्ला के भवन का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया. धुर्वा थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर में गरीबों के लिए आवासीय कॉलोनी का निर्माण हो रहा है. इसे ‘लाइट हाउस’ नाम दिया गया है. इसी लाइट हाउस के एक भवन का हिस्सा टूटकर गिर गया. सोमवार को स्थानीय लोगों ने बताया कि देर रात करीब साढ़े 12 बजे लाइट हाउस का एक हिस्सा अचानक ढह गया. देर रात घटना हुई, इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. सोमवार को दिन में टूटे हुए हिस्से को हरे कपड़े से पूरी तरह से ढक दिया गया. किसी को निर्माणाधीन कॉलोनी में जाने नहीं दिया जा रहा है. क्रेन की मदद से मलबा हटाने का काम चल रहा है.
रांची के जगन्नाथपुर में गरीबों के लिए बन रहा लाइट हाउस गिरा. मलबा हटाने का काम जारी.#Jharkhand #RANCHI pic.twitter.com/QtyM6kH4Wv
— Mithilesh Jha (@Mithilesh_Jha1) July 10, 2023
स्थानीय लोगों ने बताया की आधी रात को अचानक बिल्डिंग का हिस्सा गिरने लगा. आसपास मौजूद लोग वहां से भागने लगे. एक व्यक्ति ने प्रभात खबर को बताया कि लाइट हाउस बनाने का काम दिन-रात चलता रहता है. अगर कोई मलबे में दब भी गया होगा, तो किसी को पता नहीं चला. वहीं, एक समाजसेवी ने कहा कि सुबह से ही पूरे इलाके को घेर दिया गया. किसी को उधर नहीं जाने दिया जा रहा. लोगों ने भवन के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता का आरोप लगाया है. बताया कि सीढ़ी की जो दीवार है, वह ऊपर से नीचे तक गिर गयी है. यह हालत तब है, जब भवन पूरी तरह से खाली है. जब लोग इसमें रहने लगेंगे, इसमें लिफ्ट लग जायेगा, तो क्या यह उसका लोड झेल पायेगा? बता दें कि लाइट हाउस में ईंट का इस्तेमाल नहीं हो रहा. सिर्फ स्लैब से ये अपार्टमेंट बन रहे हैं.
2021 में हुआ था झारखंड लाइट हाउस का शुभारंभ
झारखंड लाइट हाउस परियोजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जनवरी 2021 को किया था. आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पक्का मकान देने के उद्देश्य से लाइट हाउस परियोजना की शुरुआत की गयी है. बताया गया था कि लाइटहाउस मजबूत पक्का मकान होगा, जो भूकंपरोधी भी होगा. लेकिन, आज की इस घटना ने मकान की मजबूती पर सवाल खड़े कर दिये हैं.
एसजीसी मैजिक्रीट एलएलपी को मिला है ठेका
रांची में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का ठेका मेसर्स एसजीसी मैजिक्रीट एलएलपी को दिया गया है. कंपनी को रांची में 1008 (जी+8) फ्लैट बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है. जब इस परियोजना की नींव रखी गयी थी, तब इसकी खूबियों के बारे में बताया था कि यह वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी से बने मजबूत पक्के मकान होंगे. इसमें उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी बताया गया था.
रांची समेत देश के 6 शहरों में चल रहा लाइट हाउस प्रोजेक्ट
बता दें कि ये भवन 3डी कंस्ट्रक्शन सिस्टम से बन रहे हैं. एक फ्लैट में एक लिविंग रूम, एक किचन, एक बाथरूम, एक बालकनी, एक बेडरूम और एक शौचालय बनना है. इन आवासों में पार्किंग के साथ-साथ, बिजली, पानी, फायर फाइटिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. कहा गया था कि ये मकान जल्दी बन जायेंगे और काफी मजबूत होंगे. भारत में पहली बार इस तकनीक से 6 शहरों इंदौर, राजकोट, चेन्नई, रांची, अगरतला और लखनऊ में भवन का निर्माण हो रहा है.