हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के एक दिन बाद रांची में सुबह से अब तक क्या हुआ, देखें EXCLUSIVE PHOTOS
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज है. यूपीए विधायकों के हैदराबाद शिफ्ट होने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. चार्टर्ड फ्लाइट आ गए हैं. हैदराबाद में उनके ठहरने की तैयारी की जा रही है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज है. एक और यूपीए गठबंधन के नेता चुने गए चंपई सोरेन सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे हैं. सरकार बनाने का न्योता देने की अपील राजभवन से कर रहे हैं. तो दूसरी ओर विधायकों को हैदराबाद ले जाने की भी तैयारी है.
हेमंत सोरेन की ईडी कोर्ट में पेशी से पहले कोर्ट परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई. सुबह से सिटी डीएसपी ने सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी. वह कोर्ट परिसर में खुद मौजूद थे. रांची के उपायुक्त (डीसी) और वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने कोर्ट की सुरक्षा का जायजा लिया.
वहीं, आदिवासी संगठनों की ओर से आहूत बंद की वजह से रांची समेत झारखंड के अधिकतर निजी स्कूल बंद रहे. वहीं, सरकारी स्कूल खुले रहे. कई जगह आदिवासी संगठनों ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. सड़क को जाम किया.
Also Read: हेमंत सोरेन गिरफ्तार, जमीन घोटाला मामले में ईडी ने कसा शिकंजाउधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन को कोर्ट ले जाने से पहले उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने ईडी कार्यालय में जाकर उनसे मुलाकात की. ईडी कार्यालय में भी कल से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अतिरिक्त पुलिस एवं सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है.
दूसरी तरफ, यूपीए गठबंधन के विधायकों के पाला बदलने की आशंका के बीच सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. चंपई सोरेन को समर्थन दे रहे सभी विधायक इस समय रांची के सर्किट हाउस में मौजूद हैं. कई गाड़ियां भी अंदर मौजूद हैं.
Also Read: PHOTOS: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन के विरोध में आदिवासी संगठनों का राजभवन मार्चविधायकों को दिन में दो बजे चार्टर्ड फ्लाइट से हैदराबाद रवाना होना था. लेकिन, बाद में समय बदलकर पांच बजे कर दिया गया. इस बीच, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को शाम पांच बजे मिलने का समय दे दिया.
झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के गठबंधन के पास दोनों विकल्प खुले हैं. अगर राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया, तो विधायकों की परेड कराकर बहुमत साबित कर देंगे. सरकार बनाने का मौका नहीं मिला, तो चार्टर्ड फ्लाइट से हैदराबाद रवाना हो जाएंगे.