व्यापारियों का आंदोलन तेज, मंत्री बोले- हर हाल में लागू होगा विधेयक, आज दोपहर 2 बजे तक रांची की दुकानें बंद

खाद्य सामग्री के अलावा गारमेंट्स, मार्बल, मोटर पार्ट्स, प्लाई एंड ग्लास, सेनेटरी वेयर आदि की दुकानें बंद रहेंगी. इधर लोहरदगा पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से जिले के व्यवसायियों ने मुलाकात की.

By Prabhat Khabar News Desk | February 18, 2023 6:25 AM

झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक-2022 के विरोध में थोक खाद्यान्न कारोबारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. इस बीच थोक बाजार समिति समेत अन्य संगठन भी थोक खाद्यान्न कारोबारियों के समर्थन में उतर आये हैं. हड़ताल को समर्थन देते हुए विभिन्न संगठनों ने शनिवार दोपहर 2:00 बजे तक रांची की दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है.

खाद्य सामग्री के अलावा गारमेंट्स, मार्बल, मोटर पार्ट्स, प्लाई एंड ग्लास, सेनेटरी वेयर आदि की दुकानें बंद रहेंगी. इधर लोहरदगा पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से जिले के व्यवसायियों ने मुलाकात की. वहां कृषि मंत्री ने कहा कि यह विधेयक हर हाल में लागू होगा. इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होगा. अब बाजार समिति में एसडीओ के स्थान पर जनता के प्रतिनिधि होंगे. केंद्र सरकार भी इसे लागू करने के लिए लगातार दबाव बना रही है.

इसे लागू नहीं किया गया, तो केंद्र सरकार से मिलने वाला अनुदान रुक जायेगा. अन्य राज्यों में इसे लागू किया जा चुका है. कृषि मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर व्यापारियों की कृषि सचिव के साथ बैठक करा कर उनकी राय ली जायेगी. व्यापारियों के हितों का ख्याल रखा जायेगा.

कृषि शुल्क विधेयक के विरोध में जारी हड़ताल के बीच व्यवसायी शुक्रवार की देर शाम कृषि मंत्री बादल के हिनू स्थित आवास का घेराव करने पहुंचे. यहां व्यवसायी ढाई घंटे तक मंत्री आवास के बाहर सड़क पर बैठे रहे. शाम 7.30 बजे के करीब व्यवसायी यहां पहुंचे थे, लेकिन मंत्री वहां नहीं थे. व्यवसायी कृषि मंत्री हाय-हाय, व्यापारी एकता जिंदाबाद, काला कानून वापस लो जैसे नारे लगाते रहे. कृषि मंत्री लगभग 10:00 बजे अपने आवास पहुंचे और व्यापारियों के साथ वार्ता की.

चेंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री का कहना है कि कृषि मंत्री शनिवार को इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. इसमें मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम शामिल होंगे. संभावना है कि सीएम भी बैठक में शामिल होंगे. इसमें झारखंड चेंबर के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा. मंत्री ने आश्वासन दिया कि कुछ भी गलत नहीं होने दिया जायेगा.

राज्यव्यापी आंदोलन के तीसरे दिन रांची सहित पूरे झारखंड में खाद्य वस्तुओं की आवक, कृषि संबंधी थोक व्यवसाय की दुकानें और आलू-प्याज की थोक मंडियां पूरी तरह बंद रहीं. राइस मिल्स, फ्लावर मिल्स सहित अन्य खाद्य संबंधित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में भी उत्पादन और बिक्री बंद रही. झारखंड चेंबर के महासचिव डाॅ अभिषेक रामाधीन ने कहा कि त्योहारी सीजन नजदीक है. जनहित से जुड़े इस मुद्दे पर कृषि मंत्री द्वारा अति संवेदनहीनता दिखाना समझ से परे है.

आंदोलन की रणनीति बनायी गयी

शुक्रवार को चेंबर भवन में पंडरा बाजार के व्यापारियों ने बैठक कर आगे की रणनीति बनायी. मौके पर चेंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, आदित्य मल्होत्रा, अमित शर्मा, डॉ अभिषेक रामाधीन, रोहित पोद्दार, शैलेश अग्रवाल, ज्योति कुमारी, पूर्व अध्यक्ष मनोज नरेडी, रांची चेंबर, पंडरा के अध्यक्ष संजय माहुरी, संजय अखौरी, अनिल शर्मा, शंभु गुप्ता, विवेक अग्रवाल आदि उपस्थित थे.

इन संगठनों का मिला समर्थन

झारखंड चेंबर के आह्वान पर रासमा, जेटा, कोकर व्यापार संघ, लालपुर व्यवसायी समिति, गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, आरएमडीए, झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ, रेडिमेड होजियरी संघ, छोटानागपुर फायर वर्क्स, मेन रोड दुकानदार समिति, रांची मार्बल टाइल्स संघ सहित कई संगठनों ने बंद का समर्थन किया है. प्लाइवुड एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है.

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