हजारीबाग के संयुक्त कृषि निदेशक दो माह पहले ही हो गये रिटायर, लेकिन विभाग ने मांग लिया स्पष्टीकरण
पत्र में लिखा है कि आपके क्षेत्र अंतर्गत कार्यकारी संस्थाओं ने जो रिपोर्ट दी है, उसके अनुसार, कार्य प्रगति काफी धीमी है. कई महत्वपूर्ण कार्य अधूरे हैं. इससे प्रतीत होता है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में आपके द्वारा पर्याप्त अभिरुचि नहीं ली जा रही है
मनोज सिंह, रांची: कृषि विभाग के निदेशक संजय कुमार सिन्हा ने हजारीबाग के संयुक्त कृषि निदेशक (जेडीए) सत्येंद्र प्रसाद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्हें पांच दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है. यह पद दो माह से खाली है. श्री सिन्हा ने 15 दिसंबर को यह पत्र जारी किया है. इसमें उन्होंने समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना- सह- कृषक पाठशाला योजना की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की है.
पत्र में लिखा है कि आपके क्षेत्र अंतर्गत कार्यकारी संस्थाओं ने जो रिपोर्ट दी है, उसके अनुसार, कार्य प्रगति काफी धीमी है. कई महत्वपूर्ण कार्य अधूरे हैं. इससे प्रतीत होता है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में आपके द्वारा पर्याप्त अभिरुचि नहीं ली जा रही है. सरकार के आदेश के अनुसार, आपको अपने परिक्षत्रों में योजना का मार्गदर्शन, पर्यवेक्षण एवं मॉनिटरिंग करना है. योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदारी भी आपकी है. इस कारण सरकार की महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बरतने के कारण आपसे स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है.
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अक्तूबर में ही रिटायर हुए हैं जेडीए :
हजारीबाग के संयुक्त कृषि निदेशक सत्येंद्र प्रसाद अक्तूबर में ही सेवानिवृत्त हुए हैं. उनके स्थान पर अब तक किसी का पदस्थापन नहीं किया गया है. किसी अधिकारी को जेडीए का प्रभार भी नहीं दिया गया है. दो माह से यह पद खाली है. कृषक पाठशाला के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी जेडीए को ही दी गयी है. राज्य में कृषि विभाग के कई अधिकारियों का पद खाली है. पलामू के संयुक्त कृषि निदेशक का पद भी खाली है.