Loading election data...

झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आसनसोल जाकर कराया CT Scan, डॉक्टरों ने दी यह सलाह

Jharkhand News, Agriculture Minister Badal Patralekh, CT Scan: दो दिन पहले सड़क दुर्घटना में चोटिल हुए झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने शनिवार (31 अक्टूबर, 2020) को पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिला में जाकर अपना सीटी स्कैन (CT Scan) करवाया. डॉक्टरों ने थोड़ी देर में उन्हें रिपोर्ट दे दी. डॉक्टरों से रिपोर्ट लेने के बाद श्री पत्रलेख झारखंड लौट गये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2020 5:18 PM

रांची : दो दिन पहले सड़क दुर्घटना में चोटिल हुए झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने शनिवार (31 अक्टूबर, 2020) को पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिला में जाकर अपना सीटी स्कैन (CT Scan) करवाया. डॉक्टरों ने थोड़ी देर में उन्हें रिपोर्ट दे दी. डॉक्टरों से रिपोर्ट लेने के बाद श्री पत्रलेख झारखंड लौट गये.

गुरुवार (29 अक्टूबर, 2020) की देर रात रांची से बेरमो के रास्ते जामताड़ा जाते समय वह दुर्घटना का शिकार हो गये थे. रास्ते में उनकी कार के सामने एक ट्रक आ गया था. श्री पत्रलेख की कार के चालक ने ट्रक को देखकर अचानक ब्रेक लगा दिया. इससे कृषि मंत्री के सिर में चोट आयी और उनकी उंगली में फ्रैक्चर हो गया.

शुक्रवार (30 अक्टूबर, 2020) को मंत्री ने अकेले जामताड़ा के सदर अस्पताल में जाकर अपना इलाज कराया. यहां डॉक्टरों ने उनकी उंगली का इलाज किया और एक बार सिर का सीटी स्कैन कराने की सलाह दी. सीटी स्कैन कराने के लिए कृषि मंत्री शनिवार सुबह पश्चिम बंगाल के आसनसोल पहुंचे.

Also Read: शादी का झांसा देकर छत्तीसगढ़ की युवती से 24 लाख की ठगी करने वाले नाइजीरियाई का झारखंड कनेक्शन

आसनसोल के एचएलजी हॉस्पिटल में श्री पत्रलेख ने न्यूरोसर्जन से राय ली. उन्होंने श्री पत्रलेख को सीटी स्कैन कराने की सलाह दी. इसके बाद झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री आविष्कार डायग्नोसिस सेंटर पहुंचे. यहां उनका सीटी स्कैन किया गया. उसकी रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है.

एचएलजी हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन ने उनकी सीटी स्कैन की रिपोर्ट को बिल्कुल सही बताया. हालांकि, डॉक्टर ने मंत्री को कुछ दिन आराम करने की सलाह दी है. इसके बाद श्री पत्रलेख झारखंड लौट आये. ज्ञात हो कि इन दिनों श्री पत्रलेख का बेहद व्यस्त कार्यक्रम रहता है. बेरमो-दुमका उपचुनाव के साथ-साथ वह प्रचार करने के लिए बिहार भी जाते हैं.

Also Read: झारखंड में बड़ा आर्थिक संकट, कम आमदनी से हेमंत सरकार परेशान, मोदी सरकार से मदद की उम्मीद

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version