EXPLAINER: झारखंड समेत इन राज्यों में होती हैं मानव तस्करी की सबसे ज्यादा घटनाएं, जानें अपने राज्य का हाल

Human Trafficking News: झारखंड के लिए अच्छी बात यह है कि मानव तस्करी की घटनाओं में यहां कमी दर्ज की गयी है. वर्ष 2019 में झारखंड में 177 केस सामने आये थे, जबकि वर्ष 2020 में 140 मानव तस्करी से जुड़े केस दर्ज किये गये. वर्ष 2021 में झारखंड में पिछले तीन साल में सबसे कम सिर्फ 92 मामले सामने आये.

By Mithilesh Jha | September 26, 2022 5:09 PM
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Human Trafficking News: देश के जिन 10 राज्यों में मानव तस्करी की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं, अपना झारखंड (Jharkhand News) में भी उसमें शामिल है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Record Bureau- NCRB 2021) के लेटेस्ट आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human Trafficking in India) के 81.36 फीसदी मामले सिर्फ 10 राज्यों से आते हैं.

झारखंड में मानव तस्करी की 4.2 फीसदी घटनाएं

एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, मानव तस्करी के जितने मामले पूरे देश में सामने आते हैं, उनमें से 4.2 फीसदी घटनाएं झारखंड (Human Trafficking in Jharkhand) में होती हैं. वर्ष 2021 की एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि 2,189 मानव तस्करी के केस देश भर में दर्ज किये गये. 56.6 फीसदी यानी 1,239 केस सिर्फ 5 राज्यों (तेलंगाना, महाराष्ट्र, असम, केरल और आंध्रप्रदेश) से आये. 44 फीसदी केस (408) बाकी राज्यों में रिकॉर्ड किये गये.

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तेलंगाना में सबसे ज्यादा होती है मानव तस्करी

आंकड़े बताते हैं कि तेलंगाना में सबसे ज्यादा 347 मानव तस्करी की घटनाएं वर्ष 2021 में दर्ज की गयीं. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा, जहां से 320 केस सामने आये. असम में 203, केरल में 201 और आंध्रप्रदेश में 168 मानव तस्करी के केस वर्ष 2021 में दर्ज किये गये. टॉप-5 राज्यों के बाद ओड़िशा में 136, बिहार में 111, उत्तर प्रदेश में 103, राजस्थान में 100 और झारखंड में 92 केस पुलिस ने रिकॉर्ड किये.

झारखंड में मानव तस्करी के मामले घटे

झारखंड के लिए अच्छी बात यह है कि मानव तस्करी की घटनाओं में यहां कमी दर्ज की गयी है. वर्ष 2019 में झारखंड में 177 केस सामने आये थे, जबकि वर्ष 2020 में 140 मानव तस्करी से जुड़े केस दर्ज किये गये. वर्ष 2021 में झारखंड में पिछले तीन साल में सबसे कम सिर्फ 92 मामले सामने आये. यहां मानव तस्करी के 55.9 फीसदी मामलों में पुलिस की ओर से चार्जशीट पेश की जाती है, जो अन्य मानव तस्करी के लिए बदनाम राज्यों की तुलना में कम है. चार्जशीट के मामले में जम्मू-कश्मीर, मेघालय से बेहतर रिकॉर्ड झारखंड का है. हालांकि, मेघालय या जम्मू-कश्मीर में मानव तस्करी की घटनाएं भी बेहद कम होती हैं.

मानव तस्करी के मामलों में 27.7 फीसदी की वृद्धि

एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि भारत में वर्ष 2020 में मानव तस्करी की 1,714 घटनाएं हुईं थीं, जबकि वर्ष 2021 में 2,189 मामले सामने आये. इस तरह मानव तस्करी के मामलों में 27.7 फीसदी की वृद्धि हुई है. कुल 6,533 लोग तस्करी के शिकार हुए. इसमें 2,877 बच्चे और 3,656 लोगों को मानव तस्करों ने अपना शिकार बनाया. इनमें से 6,213 पीड़ितों को मानव तस्करों के चंगुल से बचा लिया गया. वर्ष 2021 में 2,189 मानव तस्करी की घटनाएं हुईं, जिसमें 5,755 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

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