झारखंड के सरकारी स्कूलों में आज से छठवीं से सातवीं कक्षा तक की परीक्षा शुरू हो चुकी है. जो कि 13 मई तक चलेंगी. इसे लेकर सभी जिलों में पर्याप्त तैयारियां कर ली गयी है. सभी परीक्षा एक ही पाली में संपन्न हो जायेगी. जेसीईआरटी ने परीक्षा संचालन को लेकर पहले ही दिशा निर्देश जारी कर चुका है.
इस बीच खबर आ रही है कि धनबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले कई बच्चों को फर्श पर बैठकर परीक्षा देना पड़ रहा है. इसकी बड़ी वजह कि उन स्कूलों में बेंच डेस्क नहीं है. कई स्कलों में बेंच डेस्क तो है लेकिन पर्याप्त नहीं है. इस वजह से 4 से 5 विद्यार्थियों को एक ही बेंच में बैठकर परीक्षा देना पड़ रहा है.
जेसीईआरटी द्वारा जारी रुटीन को देखें तो पहले दिन सभी कक्षाओं की भाषा की परीक्षा थी. इसमें हिन्दी, उर्दू, बांग्ला, उड़िया व अन्य जनजातीय भाषा है. परीक्षा सुबह साढ़े 7 से साढ़े 9 बजे तक थी. परीक्षा के बाद स्कूलों में मिड डे मील की भी व्यवस्था थी.
जेसीईआरटी द्वारा जारी निर्देशानुसार पहली और दूसरी कक्षा की परीक्षा मौखिक तो वहीं तीसरी से सातवीं कक्षा की परीक्षा लिखित ली गयी. तीसरी से सातवीं कक्षा की परीक्षा में वस्तुनिष्ठ, लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे गयें. बता दें कि हर विषय के लिए 60-60 अंक निर्धारित हैं. छठी व सातवीं कक्षा के गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए 50-50 अंक की लिखित तथा 10-10 अंक प्रोजेक्ट कार्य के लिए निर्धारित किये गये हैं.
आज से शुरू हुई वार्षिक परीक्षा का मूल्यांकन कार्य संकुल स्तर पर किया जाएगा. इसमें एक संकुल के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच दूसरे नजदीकी संकुल में की जाएगी और उसी संकुल के शिक्षक इस कार्य में शामिल होंगे. मूल्यांकन कार्य प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के नेतृत्व में होगा.
जेसीईआरटी द्वारा जारी दिशा-निर्देश को मानें तो 12 से 15 जून तक संकुल स्तर पर कॉपियों का मूल्यांकन होगा. 16 जून को परिणाम प्रकाशित होगा तथा 19 जून को रिपोर्ट कार्ड का वितरण किया जाएगा. हालांकि, बच्चे एक जून से अगली कक्षा में प्रोन्नत हो जाएंगे.