झारखंड में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में अब विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को मिली नैक ग्रेडिंग के आधार पर पीएचडी प्वाइंट की अनिवार्यता समाप्त होगी. नियुक्ति में झारखंड के युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. यूजीसी एक्ट-2018 के प्रस्ताव में झारखंड सरकार संशोधन करने जा रही है. शीघ्र ही इससे संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट की बैठक में लाया जायेगा.
अवसर तलाशने के लिए निकाला रास्ता
जानकारी के अनुसार, झारखंड के किसी भी विवि को नैक से ए या फिर ए प्लस ग्रेडिंग नहीं मिली है. इससे झारखंड के अभ्यर्थियों को नियुक्ति में कम प्वाइंट मिलने की संभावना थी. इसे लेकर राज्य के युवाओं ने आंदोलन भी किया था. साथ ही राज्य के लगभग सभी विवि ने भी नैक ग्रेडिंग की बाध्यता हटाने संबंधी प्रस्ताव सिंडिकेट से स्वीकृत करा कर राज्य सरकार के पास विचार करने के लिए भेजा था. इस बीच राज्य सरकार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में झारखंड के विवि व कॉलेजों में नियुक्त घंटी आधारित शिक्षकों को भी एक बार प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है. राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने भी उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग को घंटी आधारित शिक्षकों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है.
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क्या है नैक ग्रेडिंग के आधार पर प्वाइंट
एक से 100 एनआइआरएफ रैंकिंगवाले या ए प्लस/ए प्लस प्लस संस्थान से पीएचडी करने पर 30 प्वाइंट, पीएचडी प्लस यूजीसी नेट होने पर 35 प्वाइंट व पीएचडी प्लस यूजीसी नेट (जेआरएफ) होने पर 40 प्वाइंट मिलेंगे. इसी प्रकार एनआइआरएफ रैंकिंग 101-200 या नैक से ए/बी प्लस प्लस ग्रेड वाले संस्थान से पीएचडी करने पर 15 प्वाइंट, पीएचडी प्लस यूजीसी नेट होने पर 22 प्वाइंट और पीएचडी प्लस यूजीसी नेट (जेआरएफ) होने पर 27 प्वाइंट मिलेंगे. इसके अलावा अन्य संस्थान/विवि से केवल पीएचडी करने पर पांच प्वाइंट, पीएचडी प्लस यूजीसी नेट होने पर 20 प्वाइंट और पीएचडी प्लस यूजीसी नेट(जेआरएफ) होने पर 25 प्वाइंट मिलेंगे. बिना पीएचडी के यूजीसी जेआरएफ रहने पर 25 प्वाइंट, यूजीसी नेट रहने पर 20 प्वाइंट व झारखंड पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण रहने पर 15 प्वाइंट मिलेंगे. इसके अलावा रिसर्च पब्लिकेशन पर भी प्वाइंट निर्धारित किये गये हैं. यूजीसी जर्नल या एससीआइ जर्नल में एक रिसर्च पब्लिकेशन पर एक अंक मिलेंगे. इसमें 10 प्वाइंट निर्धारित किये गये हैं. वहीं, शिक्षण अनुभव पर भी 10 प्वाइंट रखे गये हैं. नेशनल अवार्ड मिलने पर तीन प्वाइंट व राज्य सरकार द्वारा दिये गये अवार्ड पर दो प्वाइंट मिलेंगे.
झारखंड में साहित्य अकादमी की स्थापना करने की मांग
झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति की तृतीय बैठक डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान के सभागार में हुई. इसमें सरकार से अनुरोध किया गया कि राज्य स्थापना दिवस के दिन सरकार झारखंड साहित्य अकादमी की स्थापना की घोषणा करे. इसमें राज्य के कई हिस्सों से प्रतिनिधि साहित्यकार शामिल हुए. साहित्यकारों ने कहा कि झारखंड में हिंदी सहित अन्य भाषा, साहित्य व संस्कृति के संरक्षण और उनके उन्नयन के लिए साहित्य अकादमी की शीघ्र स्थापना आवश्यक है. झारखंड के साथ ही अस्तित्व में आये अन्य राज्य छतीसगढ़ व उत्तराखंड में साहित्य अकादमी की स्थापना काफी पहले ही कर दी गयी है. बैठक में शंभू बादल, प्रमोद झा, नीरज नीर, शिरोमणि महतो, अनुज लुगुन, कामता प्रसाद सिन्हा, रश्मि शर्मा, अमरेंद्र सुमन, मुरारी मयंक, रेनू झा, मुकुंद रविदास, बिनोद राज विद्रोही, नेतलाल यादव, बासु बिहारी महतो, सत्या शर्मा कीर्ति, कृष्ण गोप, गीता चौबे गूंज, मुनमुन ढाली, आलोका कुजूर व अन्य शामिल थे.
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झारखंड प्रशिक्षित शिक्षक संघ की बैठक आज
झारखंड प्रशिक्षित बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ की बैठक छह नवंबर को मोरहाबादी में होगी. बताया गया कि बैठक में राज्य भर के प्रशिक्षित अभ्यर्थी भाग लेंगे. शिक्षक संघ की ओर से सरकार से सभी कोटि के विद्यालयों के साथ-साथ कॉलेजों में भी खेल शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की गयी है. यह जानकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात कुमार महतो ने दी.
रिपोर्ट: संजीव सिंह, रांची