Jharkhand News: राज्य में मनमानी करने वाले बीएड और लॉ कॉलेजों की अब खैर नहीं. उनकी मनमानी पर पूरा सिकंजा कसा जाएगा. इसकी तैयारी कर ली गयी है. पहले चरण में बीएड और दूसरे चरण में लॉ कॉलेजों की जांच की जाएगी. इसके लिए यूनिवर्सिटी इंस्पेक्टर की नियुक्ति की गयी है. राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने झारखंड के विवि और कॉलेजों में निरीक्षण के लिए राजभवन में यूनिवर्सिटी इंस्पेक्टर नियुक्त किया है.
इस पद पर रांची निवासी नरेश जैन की नियुक्ति की गयी है. राज्यपाल के निर्देश पर श्री जैन प्रथम चरण में झारखंड के विवि अंतर्गत चल रहे बीएड कॉलेजों में अनियमितता की जांच करेंगे. राज्यपाल को प्राइवेट व सरकारी बीएड कॉलेजों में अनियमित शुल्क लेने, नामांकन में गड़बड़ी, शिक्षक नियुक्ति, मानदेय भुगतान और पठन-पाठन सहित गलत ढंग से डिग्री देने की शिकायत मिली थी. इसमें कॉलेज सहित विवि स्तर पर भी अधिकारी व कर्मचारी के शामिल होने की बात सामने आयी है. इसके बाद ही राज्यपाल ने इंस्पेक्टर की नियुक्ति की है. अब ये अपने स्तर से जांच कर अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपेंगे. संभावना जतायी जा रही है कि अगले चरण में झारखंड में एलएलबी कोर्स की भी इंस्पेक्टर द्वारा जांच की जायेगी.
बताते चलें कि रांची विवि अंतर्गत कई बीएड कॉलेजों द्वारा कोविड काल में शिक्षकों को वेतन/मानदेय नहीं दिये जाने की भी शिकायत भी राज्यपाल से की गयी है. राज्यपाल ने रांची विवि प्रशासन को इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. राज्यपाल के निर्देश पर विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा ने संबंधित बीएड कॉलेजों से इस संबंध में जवाब-तलब किया है. कई कॉलेजों ने जवाब भी भेज दिया है, लेकिन विवि प्रशासन कई कॉलेजों के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. शीघ्र ही रिपोर्ट राजभवन को भी भेजी जायेगी.
झारखंड में कुल 136 बीएड कॉलेज हैं. इसमें बीएड कॉलेजों के संख्या की बात करें तो रांची विवि में 26, विनोबा भावे विवि में 25, सिद्धो-कान्हू मुर्मू विवि में 14, नीलांबर-पीतांबर विवि में 14 सहित अन्य विश्वविद्यालयों में 50 से अधिक बीएड कॉलेज हैं.