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लालू प्रसाद की सुरक्षा में रिम्स में तैनात एएसआइ को अपराधियों ने पत्थर से कूचकर मार डाला, पोस्टमार्टम में निकले कोरोना पॉजिटिव

रांची : चारा घोटाला (fodder scam) में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद (RJD supremo Lalu Prasad) की सुरक्षा में रिम्स (RIMS) में तैनात एएसआइ कामेश्वर रविदास (50 वर्ष) की हत्या गुरुवार देर रात कर दी गयी थी. हत्यारों ने उन्हें पत्थर से कूच कर मारा है. सिर पर पत्थर से वार किया गया था. इसके बाद उनके शव को करीब 50 फीट नीचे बेरमाद स्थित पत्थर खदान में फेंक दिया गया था. पोस्टमार्टम में वे कोरोना पॉजिटिव (corona positive) पाये गये. इनका अंतिम संस्कार रांची के हरमू मुक्ति धाम में होगा. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2020 8:23 AM

रांची : चारा घोटाला (fodder scam) में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद (RJD supremo Lalu Prasad) की सुरक्षा में रिम्स (RIMS) में तैनात एएसआइ कामेश्वर रविदास (50 वर्ष) की हत्या गुरुवार देर रात कर दी गयी थी. हत्यारों ने उन्हें पत्थर से कूच कर मारा है. सिर पर पत्थर से वार किया गया था. इसके बाद उनके शव को करीब 50 फीट नीचे बेरमाद स्थित पत्थर खदान में फेंक दिया गया था. पोस्टमार्टम में वे कोरोना पॉजिटिव (corona positive) पाये गये. इनका अंतिम संस्कार रांची के हरमू मुक्ति धाम में होगा. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

तुपुदाना ओपी से महज 500 मीटर की दूरी पर शुक्रवार की सुबह एएसआइ का शव बरामद किया गया. पोस्टमार्टम में वे कोरोना पॉजिटिव पाये गये. मृत एएसआइ मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के सिलाव गांव के रहनेवाले थे और चार साल से तुपुदाना थाना में ही पदस्थापित थे. वर्तमान में उनकी ड्यूटी रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद की सुरक्षा में लगी हुई थी. उनके परिजनों को घटना की सूचना पुलिस की ओर से दी गयी है. इस मामले में पुलिस ने घटनास्थल से मृतक के दो मोबाइल जब्त किये हैं, जबकि उनकी बाइक, वर्दी और जूता को घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित रमेश लोहरा के घर से बरामद किया गया है.

पुलिस ने रमेश लोहरा, भोला लोहरा सहित छह-सात लोगों को हिरासत में लिया है. सबसे पूछताछ की जा रही है. मौके पर एफएसएल और डॉग स्क्वॉयड की टीम के अलावा रांची रेंज डीआइजी अखिलेश झा, एसएसपी सुरेंद्र झा, सिटी एसपी सौरभ कुमार, एएसपी विनित कुमार, धुर्वा व तुपुदाना ओपी प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की.

अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि एएसआइ कामेश्वर गुरुवार सुबह में रमेश लोहरा के घर पहुंचे थे. दिन में उन लोगों के साथ खाया-पीया था. उसके यहां ही वर्दी, जूता और मोटरसाइकिल छोड़कर सिविल ड्रेस में पास में ही स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बेरमाद महुआ टोली कुछ लोगों के साथ गये थे. वहां बरामदे में खाया-पीया था. पुलिस की मानें, तो या तो पहले से कोई विवाद होगा या फिर खाने-पीने के दौरान हुए विवाद के कारण उनकी हत्या पत्थर से सिर पर वार कर की गयी होगी. जिन लोगों के साथ उन्होंने खाया-पीया है, वे लोग एएसआइ के पहले से परिचित होंगे. रमेश लोहरा, जिसके यहां से एएसआइ के सामान बरामद किये गये हैं, उसके यहां लंबे समय से उनका आना-जाना था. तुपुदाना ओपी में आरक्षी के तौर पर टाइगर मोबाइल में चार साल रहने के बाद कुछ दिन पहले ही एएसआइ में इनकी प्रोन्नति हुई थी. चार साल से एक ही क्षेत्र में रहने के कारण काफी लोगों से इनका संपर्क था.

उत्क्रमित विद्यालय में जहां पर एएसआइ की हत्या की गयी थी, वहां पानी से खून को धोकर साफ करने की कोशिश की गयी, लेकिन रात होने की वजह से अपराधी खून को पूरी तरह साफ नहीं कर पाये. जगह-जगह खून के धब्बे मौजूद थे. हत्या के बाद शव को खदान में फेंकने के मद्देनजर अपराधियों की मंशा केस को आत्महत्या के तौर पर दिखाने की थी, लेकिन स्कूल में एएसआइ के बरामद दोनों मोबाइल और खून के धब्बे ने साफ कर दिया कि हत्या कर शव को पत्थर खदान में फेंका गया है. पुलिस विभाग की ओर से कहा गया है कि मृत एएसआइ के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उनका शव बिहार के नालंदा स्थित उनके पैतृक निवास पर नहीं भेजा जायेगा. राजधानी रांची के हरमू स्थित मुक्तिधाम में ही उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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