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झारखंड विधानसभा सत्र: सदन में भाजपा किन किन मुद्दों को लेकर घेरेगी सरकार को, बनी रणनीति

सदन में भाजपा बाबू लाल मरांडी के नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने को लेकर सरकार को घेरेगी. कल भाजपा पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई. जिसमें राज्य में चल रहे ज्वलंत मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने को रणनीति बनी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 28, 2022 9:44 AM
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रांची : विधानसभा में बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाये जाने के मामले में भाजपा मुखर रहेगी. भाजपा विधायक सदन के अंदर व बाहर इस मुद्दे राज्य सरकार को घेरेंगे. पार्टी विधायक राज्य के ज्वलंत समस्याओं को लेकर सरकार की घेराबंदी करेंगे.

रविवार को भाजपा विधायकों के साथ पार्टी पदाधिकारी की बैठक हुई. इसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पार्टी अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र त्रिपाठी विशेष रूप से मौजूद रहे. पार्टी के सांसदों ने कई मुद्दों पर विधायकों का मागदर्शन किया.

पार्टी नेता इस बात पर सहमत थे कि पिछले 26 महीने से प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाया जाने से संवैधानिक प्रक्रियाओं की हत्या हो रही है. कई तरह की संवैधानिक व्यवस्था बहाल नहीं हो पा रही है. पार्टी इस मुद्दे पर मुखर हो.

पार्टी नेताओं का कहना था कि विधानसभा अध्यक्ष मामले को निरस्त करें या भी कोई फैसला दें.

इस तरह से पूरे मामले को नहीं लटकाया जा सकता है. नेताओं का कहना था कि राज्य संकट के दौर से गुजर रहा है. राज्य में विकास ठप है. विधि-व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. रूपेश पांडेय की मॉब लिचिंग में हत्या कर दी गयी. राज्य में नक्सलवाद से लेकर दूसरी समस्या पांव पसार रही है.

राज्य सरकार को जनता के सवालों से भागने नहीं देंगे

विधानसभा में बाबूलाल मरांडी को प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाये जाने के मामले में भाजपा मुखर रहेगी. भाजपा विधायक सदन के अंदर व बाहर इस मुद्दे राज्य सरकार को घेरेंगे. पार्टी विधायक राज्य के ज्वलंत समस्याओं को लेकर सरकार की घेराबंदी करेंगे. रविवार को भाजपा विधायकों के साथ पार्टी पदाधिकारी की बैठक हुई.

इसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पार्टी अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र त्रिपाठी विशेष रूप से मौजूद रहे. पार्टी के सांसदों ने कई मुद्दों पर विधायकों का मागदर्शन किया. पार्टी नेता इस बात पर सहमत थे कि पिछले 26 महीने से प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाया जाने से संवैधानिक प्रक्रियाओं की हत्या हो रही है. कई तरह की संवैधानिक व्यवस्था बहाल नहीं हो पा रही है. पार्टी इस मुद्दे पर मुखर हो.

पार्टी नेताओं का कहना था कि विधानसभा अध्यक्ष मामले को निरस्त करें या भी कोई फैसला दें. इस तरह से पूरे मामले को नहीं लटकाया जा सकता है. नेताओं का कहना था कि राज्य संकट के दौर से गुजर रहा है. राज्य में विकास ठप है. विधि-व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. रूपेश पांडेय की मॉब लिचिंग में हत्या कर दी गयी. राज्य में नक्सलवाद से लेकर दूसरी समस्या पांव पसार रही है.

विपक्ष के मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने कहा है कि सदन सुचारू चलना सरकार के रुख पर निर्भर करता है. भाजपा जनता के सवालों से इस सरकार को भागने नहीं देगी. जनता के सवालों का सही जवाब मिलेगा, तो सदन चलेगा. श्री नारायण ने कहा कि पूरी व्यवस्था अराजक दौर से गुजर रही है, भाजपा चुप नहीं बैठ सकती है. सदन के बाहर और अंदर इसका प्रतिवाद होगा.

Posted By: Sameer Oraon

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