रांची : विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में जन्म के साथ ही बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनेगा. सरकार ने निर्णय लिया है कि 29 दिसंबर के बाद हर स्कूल ( सरकारी व प्राइवेट) में स्पेशल ड्राइव चलाकर जाति प्रमाण पत्र बनाया जायेगा.
सरकार इसे लेकर संवेदनशील है. वैसे बच्चों, जिनका प्रमाण पत्र बनाना छूट गया है, उनका भी जाति प्रमाण पत्र बनाया जायेगा. श्री सोरेन ने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा की ओर से जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने को लेकर उठाये गये सवाल पर यह घोषणा की.
नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा था कि आदिवासी, दलित, चिक-बड़ाईक व लोहरा का प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. उन्होंने पांच मार्च को सरकार की ओर से जारी संकल्प पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बांग्लादेशियों का जाति प्रमाण पत्र बन जा रहा है.
सरकार ने अल्पसंख्यकों को स्वघोषित आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था की है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप वरिष्ठ व संवेदनशील हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा में हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग झारखंडवासियों के लिए काम करने बैठे हैं, दूसरे देश या बांग्लादेश के लिए नहीं.
Posted By: Sameer Oraon