Jharkhand Assembly Election: भाजयुमो ने जारी की प्रभारी और सह प्रभारी की सूची, रोहित चहल को दी गयी जिम्मेवारी
Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजयुमो ने अपने प्रभारी और सह प्रभारी की सूची जारी की है. संगठन के महासचिव रोहित चहल प्रभारी बनाया गया है. इसके अलावा 8 सह प्रभारी नियुक्ति किये गये हैं.
Jharkhand Assembly Election, रांची: भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर प्रभारी और सह प्रभारियों की सूची जारी की है. भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के हस्ताक्षर से जारी सूची में महाराष्ट्र के लिए एक प्रभारी के अलावा आठ सह प्रभारी जबकि झारखंड के लिए एक प्रभारी के अलावा नौ सह प्रभारी व एक सदस्य शामिल हैं. झारखंड के लिए जारी सूची में संगठन के महासचिव रोहित चहल प्रभारी बनाये गये हैं. जबकि सह प्रभारियों में अनूप कुमार साहा, मनीष सिंह व अर्पिता बाडाजेना (सभी उपाध्यक्ष), शक्ति सिंह, श्रेयसी सिंह, देवकिशन मारू, सुखविंदर सुखी, अरविंद दामानी व दीपज्योति मुंड (सभी राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य) शामिल हैं. वहीं सोशल मीडिया टीम के विशाल त्रिवेदी सदस्य होंगे.
14-15 अक्तूबर को किये गये तबादले रद्द हों
भाजपा ने शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार से भेंट की. उन्होंने सरकार द्वारा 14 और 15 अक्तूबर को की गयी ट्रांसफर-पोस्टिंग रद्द करने की मांग की. सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में गये प्रतिनिधिमंडल ने स्थानांतरित पदाधिकारियों को चुनाव कार्य से दूर रखने का भी आग्रह किया. कहा कि एक तरफ दिल्ली में चुनाव आयोग झारखंड में निर्वाचन की घोषणा कर रहा था, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार तबादले पर तबादले कर रही थी. राज्य में स्वस्थ व निष्पक्ष माहौल में चुनाव कराने के लिए तबादला रद्द करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि तबादलों की रफ्तार से राज्य सरकार की मंशा स्पष्ट है. राज्य सरकार येन-केन प्रकारेण चुनाव जीतना चाहती है. प्रतिनिधिमंडल में रमेश पुष्कर भी शामिल थे.
लंबित मामलों के लिए संबंधित अफसर जिम्मेवार
सीइओ ने कहा कि चुनाव के दौरान हिंसा और अपराध में शामिल रहे व्यक्तियों के विरुद्ध जमानतीय व गैर जमानतीय वारंट और इश्तेहार व कुर्की की लंबित कार्रवाई की सूचना मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसमें कोताही हरगिज नहीं बरतें. पदाधिकारी अपने क्षेत्रों के प्रत्याशियों, उनके प्रस्तावकों व समर्थकों के भी वारंट इश्तेहार, कुर्की संबंधी लंबित मामलों का सत्यापन करें. वारंट, इश्तेहार या कुर्की से संबंधित मामलों में ढील से उत्पन्न परिस्थितियों की जिम्मेवारी संबंधित अधिकारी की होगी.