Jharkhand Assembly Election 2024, रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है. भाजपा जहां परिवर्तन यात्रा निकाल रही है तो वहीं हेमंत सोरेन सरकार भी सोमवार से मंईयां सम्मान यात्रा की शुरूआत कर रही है. दूसरी तरफ भारत निर्वाचन आयोग की टीम भी विधानसभा सभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा रांची पहुंच चुकी है. लेकिन चुनाव से पहले झामुमो ने चुनाव आयोग से बड़ी मांग कर दी है. उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर विधानसभा चुनाव का संचालन दिसंबर के प्रथम सप्ताह से कराने की मांग की है. साथ ही प्रचार प्रसार का एक समान अवसर देने के साथ साथ अन्य कई मांग भी रखी है. पत्र में उन्होंने बीजेपी के केंद्रीय नेताओं पर भी बड़ा आरोप लगाया है.
झामुमो ने विधानसभा चुनाव दिसंबर के पहले में हफ्ते कराने की मांग की
सत्ता में काबिज झामुमो ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि विधानसभा 2019 का चुनाव 23 दिसंबर को संपन्न हुआ. जबकि 29 दिसंबर को नयी सरकार का गठन किया गया. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने कार्यकाल को पूरा करने के लिए विधानसभा चुनाव दिसंबर के पहले सप्ताह से कराने की मांग की है. साथ ही उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को एक समान अवसर देने की मांग की है. उन्होंने आगे लिखा है कि हमारे प्रतिद्वंदी राजनीतिक दलों को सुरक्षित फ्लाइंग जॉन उपलब्ध करवा कर हमारे मुख्य स्टार प्रचारकों के फ्लाइंग जोन और समय में कोई बाधा न आए यह भी सुनिश्चित करें.
सभी राजनीतिक दलों को दिशा निर्देश प्रेषित करने की मांग की
झामुमो ने लिखा है कि जिस क्षेत्र में मतदान की तिथि है उसके ठीक संलग्न वाले अन्य क्षेत्रों में अन्य राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों चुनावी जनसभी आयोजित की जाती है और मतदाताओं के बीच भ्रम की स्थितियों का निर्माण किया जाता है, जिससे मतदान प्रभावित होता है और मतदाता भी सामाजिक-धार्मिक स्तर पर विभाजित हो जाते हैं. जो चिंताजनक परिस्थियां पैदा करती हैं. ऐसी परिस्थिति न हो इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को दिशा निर्देश प्रेषित किया जाए ताकि लेवल प्ले ग्राउंड सुनिश्चित रहे.
केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति आवश्यक परस्थितियों में ही कराने की मांग
झामुमो ने इसके अलावा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति अति आवश्यक परस्थितियों में करने की मांग की है. ताकि गांव देहात में भय और आतंक का वातावरण उत्पन्न न हो. पार्टी ने कहा है कि राज्य में झारखंड जगुआर, झारखंड सशस्त्र पुलिस और उच्च प्रशिक्षित जिला सशस्त्र पुलिस बल पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है. साथ ही चुनाव प्रचार अभियान के दौरान किसी धर्म जाति का नाम लेकर हो संबोधन न हो यह भी सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेताओं द्वारा अगस्त माह से हमारे राज्य में धर्म जाति के नाम पर चुनावी भाषाएं बोली जा रही है, जिससे समाज में धार्मिक और सामाजिक विभाजन की स्थितियां पैदा हो गयी हैं.
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