रांची : झारखंड विधानसभा से पहले राजनेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. सत्ता पक्ष झामुमो और विपक्षी पार्टी भाजपा दोनों एक दूसरे पर हमलावर हैं. गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान और हेमंत सोरेन आमने सामने आ गये. झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हेमंत सरकार युवा आक्रोश रैली से डर चुकी है. भाजपा के कार्यकर्ताओं को जगह-जगह रोका जा रहा है. यह अन्याय की अति व जुल्म की पराकाष्ठा है. एक डरा हुआ मुख्यमंत्री ही ऐसा कर सकता है. रांची में प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन से न तो झारखंड संभल रहा है और न पार्टी. भाजपा कार्यकर्ता गीदड़ भभकी से डरनेवाले नहीं हैं. भाजपा कार्यकर्ता अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे. झारखंड की जनता को अहिंसात्मक तरीके से न्याय दिलाने तक लड़ाई जारी रहेगी. हेमंत सोरेन सरकार आंदोलन को कुचल नहीं सकती. तो वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि भाजपा नेताओं से अपनी पार्टी संभल नहीं रही है और दूसरे दलों को परेशान कर रहे हैं.
शिवराज सिंह चौहान बोले- अलोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन रोकने की कोशिश
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हेमंत सोरेन के इशारे पर अलोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन रोकने की कोशिश करनेवाले अधिकारी समझ लें कि जब लोकतंत्र का पालन करनेवालों को इंदिरा गांधी नहीं रोक पायीं, तो हेमंत क्या रोकेंगे. अधिकारियों को समझना होगा कि यह दो महीने की सरकार है. श्री चौहान ने कहा कि डीजीपी, एसपी भाजपा को रोकने और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने का आदेश दे रहे हैं. कार्यकर्ताओं को भले जेल भेज दो, लेकिन भाजपा डरनेवाली नहीं है. उन्होंने कहा कि दुमका के मुफ्फसिल थाना में रांची जा रही दो बसों को जब्त कर लिया गया.
जामताड़ा में चार बसों को टाउन डीएसपी ने जब्त कर रांची जाने से रोका. बस मालिकों को रांची न जाने की हिदायत दे कर धमकाया जा रहा है. जामताड़ा के फतेहपुर थाना में रांची जा रहे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. शायराना अंदाज में उन्होंने कहा : मूर की एक किरण जुल्मात पे भारी होगी, रात तुम्हारी है, तो सुबह हमारी होगी… प्रेस वार्ता में मीडिया सह प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह भी मौजूद थे.
हेमंत सोरेन बोले- अपनी पार्टी संभल नहीं रही, दूसरे दलों को कर रहे हैं परेशान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा नेताओं से अपनी पार्टी संभल नहीं रही है और दूसरे दलों को परेशान कर रहे हैं. दूसरे राज्य के नेताओं को झारखंड बुलाकर भाजपा षड्यंत्र रच रही है. लेकिन राज्य की जनता के ताकत पर महागठबंधन की सरकार टिकी हुई है और सुचारु चलती रहेगी. महागठबंधन सरकार विकसित और खुशहाल झारखंड बनाने के लक्ष्य को लेकर काम कर रही है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए गांवों को विकास से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाया जा रहा है. आधी आबादी को सशक्त व स्वावलंबी बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने कई तरह की योजनाएं संचालित की हैं. ‘झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ उसी का एक हिस्सा है. आज 1000 रुपये दे रहे हैं, अगले पांच साल के भीतर हर घर को एक-एक लाख रुपये देंगे.
प्रमंडल की 5.91 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त की राशि जारी की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को चियांकी हवाई अड्डा परिसर में आयोजित प्रमंडल स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रमंडल की 5.91 लाख लाभार्थियों को मंईयां सम्मान योजना के तहत पहली किस्त की राशि जारी की. इनमें पलामू जिले की दो लाख 88 हजार 521, लातेहार जिले की एक लाख 17 हजार 605 और गढ़वा जिले की दो लाख 19 हजार 320 लाभुक शामिल हैं. सीएम ने कहा कि राज्य की महागठबंधन सरकार रांची हेड क्वार्टर से नहीं, बल्कि गांव-देहात से चल रही है. जब गांव मजबूत होगा, तब शहर भी मजबूत होगा और झारखंड सशक्त बनेगा. सीएम ने कहा कि बच्चे-बच्चियों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठा रही है. सीएम ने अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चियों की शादी जल्द नहीं करें, बल्कि उन्हें पढ़ने दें.
सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र करती रही भाजपा, झूठा आरोप लगा मुझे जेल भेजा
सीएम हेमंत ने कहा : वर्ष 2019 में राज्य में महागठबंधन की सरकार बनी. यह सरकार राज्य के मूलवासी, आदिवासी, शोषित, पीड़ित व दलित के हितों की रक्षा को लेकर काम कर रही है. लेकिन विपक्ष को यह रास नहीं आ रहा है. कोरोना के बादल छंटने के बाद भाजपा सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र करती रही. जमीन दलाली व भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाकर भाजपा ने मुझे भी जेल में डाल दिया. लेकिन ईश्वर के घर में देर है, अंधेर नहीं. हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने असलियत उजागर की और आज आपलोगों के बीच हूं.
युवा आक्रोश रैली कर रहे हैं, पर इनका भविष्य तो विपक्ष ने ही गर्त में डाला
हेमंत ने कहा कि विपक्ष युवा आक्रोश रैली निकालने वाला है. युवाओं का भविष्य तो इन लोगों ने गर्त में डाल दिया. सर्वाधिक नियुक्ति रेलवे, बैंक, फोर्स, कोल इंडिया में होती है, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे बंद कर दिया है. अब नियुक्तियों का सारा बोझ राज्य सरकार पर डाल दिया गया. फिर भी हमने हार नहीं मानी. हम हजारों नियुक्तियां दे रहे हैं. अभी सिपाही की भी बहाली होनी है, जो अंतिम चरण में है. उत्पाद सिपाही की भी नियुक्ति होनी है. हमने स्थानीय नीति, नियोजन नीति बनायी, तो ये लोग कोर्ट चले गये.