Jharkhand Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी सीटिंग विधायकों पर लगाएगी दांव, इन सीटों पर नये चेहरों की तलाश

Jharkhand Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी अधिकतर सीटिंग विधायकों पर दांव लगाएगी. बाघमारा, हजारीबाग, मांडू, कांके और सिंदरी में नये चेहरों की तलाश है. पार्टी दूसरे दलों से आनेवाले नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है.

By Guru Swarup Mishra | September 29, 2024 7:07 AM
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Jharkhand Assembly Election: रांची-झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी अधिकतर सीटिंग विधायकों पर दांव लगाने की योजना बना रही है. पार्टी के इस कदम का उद्देश्य वर्तमान विधायकों के अनुभव और उनकी स्थानीय लोकप्रियता का लाभ उठाना है. यह रणनीति बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, खास कर तब जब वह राज्य में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही हो. सीटिंग विधायकों पर दांव लगाने से पार्टी को मौजूदा चुनाव क्षेत्रों में स्थिरता और समर्थन मिल सकता है, जबकि नये उम्मीदवारों को चुनने से अस्थिरता का खतरा रहता है. हालांकि पार्टी स्थानीय और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर कुछ सीटों पर नये चेहरों को भी मौका दे सकती है.

बाबूलाल मरांडी समेत हैं 23 विधायक

बीजेपी की इस रणनीति का उद्देश्य राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए बेहतर प्रदर्शन करना है और राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करना है. बदलते राजनीतिक समीकरण में फिलहाल बाबूलाल मरांडी समेत बीजेपी के 23 विधायक हैं. ढुल्लू महतो व मनीष जायसवाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बाघमारा और हजारीबाग सीट खाली हो गयी है.

इन सीटों पर नये चेहरों की तलाश

लोकसभा चुनाव से पहले मांडू विधायक जय प्रकाश भाई पटेल के पार्टी छोड़ने की वजह से यह सीट भी खाली पड़ी है. इन तीनों सीट पर पार्टी नये चेहरे की तलाश कर रही हैं. कांके और सिंदरी विधानसभा सीट को लेकर भी पार्टी के अंदर मंथन चल रहा है. कांके विधानसभा के वर्तमान विधायक समरी लाल के जाति प्रमाण पत्र को लेकर भी सवाल उठाया गया. इनका मामला न्यायालय के विचाराधीन है.

इन नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी

सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो पिछले दो वर्ष से अधिक समय से बीमार हैं. इसके अलावा पार्टी के इस बार सभी दिग्गज नेताओं को भी चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है. इसमें वैसे नेता शामिल हैं, जो सांसद, विधायक रह चुके हैं और उनका प्रभाव अभी भी क्षेत्र में बरकरार है. इसके अलावा पार्टी दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, बरकट्ठा विधायक अमित कुमार, पूर्व विधायक सीता सोरेन, पूर्व सांसद गीता कोड़ा का नाम शामिल हैं.

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