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Jharkhand Assembly Election: हटिया विधानसभा सीट का इतिहास बहुत पुराना नहीं है. यह सीट 1977 में बनी थी. अब तक इस विधानसभा सीट पर 11 बार चुनाव हुए हैं. इसमें 10 बार चुनाव हुए हैं जबकि एक बार उप-चुनाव हुआ है. यहां के पहले विधायक सुबोधकांत सहाय थे. सहाय ने लगातार 3 बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया.
रामजीलाल सारडा, सुबोधकांत सहाय और नवीन 3-3 बार जीते
इस सीट से लगातार चार बार कोई प्रत्याशी विधायक नहीं बन पाया है. सुबोधकांत सहाय के साथ-साथ रामजीलाल सारडा और नवीन जायसवाल भी इस सीट से तीन-तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. अभी नवीन जायसवाल इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. दो बार इस सीट से लाल गोपाल शरण नाथ शाहदेव भी चुनाव जीते हैं.
1990 में रामजीलाल सारडा चुने गये थे विधायक
वर्ष 1985 में अंतिम बार हटिया विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले सुबोधकांत सहाय वर्ष 1989 में सांसद बन गये थे. 1990 में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रामजीलाल सारडा विधायक चुने गये. 1995 में भी सारडा लगातार दूसरी बार जीते. वर्ष 2000 में हुए चुनाव में भी सारडा ने हटिया विधानसभा सीट से जीत दर्ज की.
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2005 में सारडा को भाजपा ने नहीं दिया टिकट
वर्ष 2005 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया. लेकिन, रामजीलाल सारडा निर्दलीय मैदान में उतर गये. उन्हें छह हजार से कुछ अधिक मत मिले थे. वर्ष 2009 के चुनाव में भाजपा ने रामजीलाल सारडा को फिर से टिकट दिया. लेकिन, सारडा जनता के विश्वास पर खरा नहीं उतर सके. कांग्रेस के गोपाल शरण नाथ शाहदेव चुनाव जीते.
पहली बार उप-चुनाव में जीते नवीन जायसवाल
2009 में चुनाव जीतने वाले गोपाल शरण नाथ शाहदेव के निधन के बाद 2012 में हुए उप चुनाव में नवीन जायसवाल पहली बार विधायक बने. वे आजसू के टिकट से चुनाव जीते थे. 2014 में श्री जायसवाल झाविमो के टिकट से चुनाव लड़े. उन्होंने भाजपा की सीमा शर्मा को हराया था. चुनाव जीतने के कुछ माह बाद ही वह भाजपा के साथ हो लिये. अगले चुनाव (2019) में भाजपा ने श्री जायसवाल को टिकट दे दिया. श्री जायसवाल ने कांग्रेस के अजय नाथ शाहदेव को इस चुनाव में हराया.
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