विधानसभा का घेराव करने पहुंचे भाजपाइयों पर पुलिस ने बरसायी लाठियां, सांसद संजय सेठ समेत कई बड़े नेता हुए घायल

विधानसभा मार्च कर रहे भाजपाइयों पर लाठी चार्ज, सीएम सचिवालय घेरने निकले आजसू नेताओं को भी पुलिस ने दौड़ाया, कई चोटिल. वाटर कैनन से पानी की बौछार, लाठी चार्ज में प्रदेश अध्यक्ष समेत कई घायल

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2021 7:21 AM
an image

बुधवार को राजधानी की सड़कों पर विपक्षी दल उतरे. भाजपा ने विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित किये जाने के विरोध में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा मार्च किया. इसमें पार्टी के राज्यभर के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. मार्च के लिए अड़े भाजपाइयों पर पुलिस ने जगन्नाथपुर मंदिर के पास लाठी चार्ज किया.

इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद संजय सेठ, महिला प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर, अमरदीप सहित दर्जनों कार्यकर्ता घायल हुए. उधर, पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण को लेकर आजसू के आठ जिलों के कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी से सीएम सचिवालय के लिए कूच किया. जिन्हें पुलिस ने सिदो कान्हू पार्क के पहले रोका. आजसू कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ कर आगे बढ़ना चाहते थे. इस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. लाठी भांजी. इसमें कुछ कार्यकर्ताओं को हाथ और पैर में चोट लगी.

विधानसभा मार्च में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बुधवार को जोरदार झड़प हुई. बैरिकेडिंग तोड़ने पर पुलिस ने भाजपाइयों पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की. इसके बाद भी जब भाजपा कार्यकर्ता आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने पुलिस लाठीचार्ज कर दिया. इसमें भाजपा के अध्यक्ष सहित कई लोग घायल हुए. भाजपा का यह मार्च नमाज अदा करने के लिए विधानसभा में कमरा आवंटित करने के विरोध में था. भाजपा के मार्च को देखते हुए जगन्नाथपुर मंदिर के पास पुलिस ने पहले से बैरिकेडिंग कर रखी थी.

वहां पर पहुंचने के बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ता धरनास्थल पर नहीं जाकर बैरिकेडिंग तोड़ कर आगे बढ़ने लगे. इसे देखते हुए पुलिस ने पहले वाटर कैनन से भाजपाइयों पर पानी की बौछार शुरू की. इससे भाजपा कार्यकर्ता और उग्र हो गये. सांसद संजय सेठ सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ गये. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी उग्र भाजपाइयों को समझाने के लिए बार-बार माइक से एनाउंसमेंट कर रहे थे. लेकिन वे नहीं माने और आगे बढ़ने लगे.

इसके बाद मौके पर मौजूद दंडाधिकारी का आदेश मिलते ही पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया. भाजपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. कई लोगों के सिर फट गये. कई लोगों के शरीर पर पुलिसिया डंडों के गहरे स्याह निशान पड़ गये. महिला कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भी झड़प हुई़ पुलिस को सख्त होता देखकर भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश ठंडा पड़ा और फिर वह शांत होकर पीछे हटने लगे.

इस बीच पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की व जोर-आजमाइश का दौर जारी रहा.

इसी क्रम में पुलिस की कार्रवाई के बाद भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद संजय सेठ सहित भाजपा नेताओं के साथ ही कार्यकर्ता बीच सड़क पर धरना पर बैठ गये. प्रदर्शन के दौरान भाजपा महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी नीलम चौधरी, महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री सीमा सिंह, मंजूलता दूबे, प्रदेश कार्यालय मंत्री रेखा महतो, प्रदेश उपाध्यक्ष रूपा सिंह, अर्चना सिंह सहित कुछ अन्य महिला कार्यकर्ता चोटिल हुई हैं. आरती कुजूर को महिला पुलिस ने घेर लिया.

वह प्रदर्शन में शामिल अन्य महिला नेताओं और कार्यकताओं का नेतृत्व कर रही थीं. आरती कुजूर को महिला पुलिसकर्मियों ने पकड़ कर घेर रखा था. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर धक्का- मुक्की और जोर जबरदस्ती करने का आरोप लगाया. वह कुछ देर के लिए वहीं बेसुध होकर जमीन पर अन्य चोटिल कार्यकर्ताओं के साथ लेट गयीं. हालांकि, इनमें आरती कुजूर, उनके साथ मीडिया प्रभारी नीलम चौधरी को छोड़ किसी को गंभीर चोट नहीं आयी है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद संजय सेठ, अमरदीप यादव, प्रतुल शाहदेव सहित कई लोगों को चोट आयी है़

भाजपा ने विधानसभा मार्च के लिए रांची जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली थी. मार्च को लेकर भाजपा की ओर से कोई आवेदन भी नहीं दिया गया था. लेकिन प्राप्त सूचना के आधार पर जिला प्रशासन ने विधि व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियां की थीं. सभी प्रदर्शकारियों को निर्धारित धरना स्थल पर जाने का आग्रह किया गया, लेकिन वे नहीं माने. बैरिकेडिंग को तोड़ा, निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया गया. जब आगे बढ़ने लगे, तो प्रशासन की ओर से लाठी चार्ज किया गया. इससे पूर्व मार्च की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है. मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

दीपक दुबे, एसडीओ रांची

Posted By : Sameer Oraon

Exit mobile version