रांची: विधानसभा का मॉनसून सत्र शुक्रवार से शुरू होगा. छह कार्य दिवस वाले सत्र में दो अगस्त को वित्तीय वर्ष 2022-2023 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा. राज्य में सूखा की स्थिति को देखते हुए सुखाड़ पर विशेष चर्चा होगी. पिछले दिनों स्पीकर रबींद्रनाथ महतो के साथ पार्टियों के विधायक दल की बैठक में इसको लेकर सहमति बनी है. कार्यमंत्रणा में इस विषय पर चर्चा के बाद तिथि तय की जायेगी.
इधर कल हुई यूपीए की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि मॉनसून सत्र में विपक्ष अपने सवालों से सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. पर हमें जनता के सवालों का जवाब देना है. मंत्री संयमित ढंग से और मर्यादित तरीके से जवाब देंगे. श्री सोरेन मॉनसून सत्र को लेकर हुई बैठक में यूपीए विधायकों को संबोधित कर रहे थे. गुरुवार की देर शाम सीएम आवास में बैठक कर पक्ष ने रणनीति बनायी.
तो वहीं भाजपा ने भी इसकी तैयारी पूरी कर ली है. आपको बता दें कि विधानसभा का मॉनसून सत्र हंगामेदार हो सकता है़ भाजपा का तेवर गरम है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिये गये बयान को पार्टी मुद्दा बनायेगी़ सत्र के पहले दिन इस मुद्दे पर भाजपा के विधायक सदन के बाहर प्रदर्शन करेंगे.
इस विषय पर पार्टी विधानसभा में अगले दिन निंदा प्रस्ताव भी ला सकती है़ पार्टी राज्य में सुखाड़ के मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी़ इसके साथ ही भ्रष्टाचार और इडी की कार्रवाई को लेकर सरकार को घेरेंगे़ राज्य के विभिन्न स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी के मामले, राज्य में बालू संकट और लूट को लेकर सरकार से जवाब मांगेंगे. गुरुवार को भाजपा विधायक दल की बैठक हुई़ बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और संगठन महामंत्री धर्मपाल ने सत्र को लेकर विधायकों के साथ रणनीति बनायी.
श्री नारायण ने कहा कि मॉनसून सत्र में हर दिन पार्टी जनहित के अलग-अलग मुद्दे लेकर आयेगी़ इस पर सरकार का जवाब मांगेंगे़ बैठक में मुख्य सचेतक विरंची नारायण, नीरा यादव, रणधीर सिंह, नवीन जायसवाल, अनंत ओझा, भानु प्रताप शाही, जयप्रकाश भाई पटेल, ढुल्लू महतो, समरी लाल, नारायण दास, कोचे मुंडा, पुष्पा देवी, अर्पण सेन गुप्ता आदि मौजूद थे.
Posted By: Sameer Oraon