विधानसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को सरकार ने छह विधेयक वापस लिये. वहीं सत्ता पक्ष व विपक्ष के हंगामे के बीच इटकी ट्यूबरक्लोसिस सेनेटोरियम (रेगुलेशन ऑफ बिल्डिंग) (संशोधन) विधेयक 2023 ध्वनिमत से पारित हुआ. इस विधेयक के पास होने से इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के इटकी में मेडिकल कॉलेज व अस्पताल बनाने का रास्ता साफ हो गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा कदम होगा.
अपोलो ग्रुप ने भी यहां मेडिकल कॉलेज खोलने की इच्छा जतायी है. इटकी टीवी सेनेटोरियम में स्वास्थ्य विभाग की खुद की करीब 300 एकड़ जमीन है. अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी को 99 साल की लीज पर जमीन दी जायेगी. इसमें से करीब आधी यानी करीब 146 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर मंजूरी दी गयी है.
औद्योगिक विवाद (झारखंड संशोधन) विधेयक 2018
झारखंड ठेका मजदूर विनियम एवं उन्मूलन (झारखंड संशोधन) विधेयक 2015
बिहार औद्योगिक राष्ट्रीय एवं उत्सव अवकाश और आकस्मिक छुट्टी झारखंड संशोधन विधेयक 2015
झारखंड दुकान एवं प्रतिष्ठान (संशोधन) विधेयक 2018
झारखंड श्रम विधियां (संशोधन) एवम प्रकीर्ण उपबंध अधिनियम विधेयक 2018
कारखाना (झारखंड संशोधन) विधेयक 2019
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सदन में अपने विभाग के अधिकारियों पर ही बिफरे. श्री गुप्ता ने विधायक सीपी सिंह के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा : हमारे अधिकारी ने सदन और मुझे दोनों को गुमराह किया है़ कार्रवाई करेंगे. मंत्री ने कहा मुझे जो भी अधिकार है, उसके तहत कार्रवाई करूंगा. तत्काल निलंबित करूंगा या वेतन रोकने की कार्रवाई होगी. दरअसल सदन में सीपी सिंह ने जमशेदपुर की डॉ रेणुका चौधरी द्वारा फरजी हस्ताक्षर कर वेतन निकासी का मामला उठाया. श्री सिंह का कहना था कि सरकार स्वीकार कर रही है, लेकिन कार्रवाई क्या करेगी बता नहीं रही है.