झारखंड विधानसभा में पहली पाली में इन मुद्दों पर होता रहा हंगामा और दूसरी में सरकार के पास काम नहीं
पांच दिन के छोटे सत्र में भी सरकार के पास एजेंडा नहीं है. सरकार की ओर से विधानसभा को कोई विधायी कार्य या एजेंडा नहीं दिया गया था. ऐसे में दूसरी पाली की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी.
रांची : विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को भी सदन की कार्यवाही सुचारू तरीके से नहीं चल पायी. विपक्षी भाजपा विधायकों ने सदन के अंदर व बाहर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इडी का समन और धीरज साहू के ठिकाने से करोड़ों रुपये कैश बरामदगी के मामले को लेकर प्रदर्शन किया. भाजपा विधायकों ने वेल में घुस कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. 500 करोड़ किसका…?, कांग्रेस का या झामुमो का…?, मुख्यमंत्री हाजिर हों…, मुख्यमंत्री इडी के सामने हाजिर हों…, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें… जैसे नारे लगा रहे थे. सदन के अंदर विधायक इस मामले में हो-हंगामा करते रहे. विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही 22 मिनट बाद स्थगित कर दी.
उधर, सत्र की दूसरी पाली की कार्यवाही स्थगित रही. विधानसभा के पास दूसरी पाली के लिए कोई विधायी कार्य नहीं था. पांच दिन के छोटे सत्र में भी सरकार के पास एजेंडा नहीं है. सरकार की ओर से विधानसभा को कोई विधायी कार्य या एजेंडा नहीं दिया गया था. ऐसे में दूसरी पाली की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. पक्ष-विपक्ष के विधायकों की मांग रहती है कि सत्र की अवधि बढ़ायी जाये. जनता के कई सवाल छूट रहे हैं. लेकिन हालात अलग हैं, पांच दिन में एक दिन की दूसरी पाली की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा : हमें चार साल बोलने नहीं दिया गया, आज चार मिनट तो बोलने दीजिए
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संसदीय कार्य मंत्री बोले :
धीरज साहू का मामला यहां उठाया जा रहा है, वह सदन के सदस्य नहीं
सीएम ही नहीं मान रहे संविधान : बाउरी
सदन में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हमें चार साल बोलने नहीं दिया गया, आज चार मिनट तो बोलने दीजिए. झारखंड में संवैधानिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है. मुख्यमंत्री संविधान व कानून मानने की शपथ लेते हैं. लेकिन,सीएम ही संविधान व कानून नहीं मान रहे हैं. इडी के समन की अवहेलना कर रहे हैं. श्री बाउरी ने कहा कि राज्य में लॉ एंड आर्डर बहाल करनेवाला ही कानून न माने, तो अराजक स्थिति पैदा होगी.
सीएम व न इडी का दफ्तर आपके अधीन : स्पीकर
विपक्ष के हंगामा पर स्पीकर ने कहा कि न सीएम आपके अधीन हैं, न इडी का दफ्तर आपके अधीन आता है. उन्होंने कहा कि आसन को उत्तेजित मत कीजिए. आसन उत्तेजित होता है, तो संसद में क्या हुआ आपने देखा है. वह विपक्षी विधायकों से अपनी सीट पर बैठने का आग्रह कर रहे थे.
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इडी ने समन किया है, तो सीएम जवाब दे रहे हैं. विपक्ष जनता के मुद्दों का बेड़ागर्ग कर रहा है. धीरज साहू का मामला यहां उठाया जा रहा है, जबकि वह इस सदन के सदस्य नहीं हैं. आयकर विभाग ने अब तक छापे को लेकर कुछ नहीं कहा है. धीरज साहू कांग्रेस के सांसद हैं, तो सारा पैसा उनसे जोड़ दिया जा रहा है. श्री आलम ने कहा कि उनका पूरा परिवार व्यवसाय करता है.