बिहार व यूपी की तर्ज पर झारखंड एटीएस को भी मिलेगी शक्ति, जानें क्या होगा इसका फायदा

झारखंड एटीएस को भी बिहार और यूपी एटीएस को शक्ति दी जाएगी, ताकि वो अपराधियों पर बेरोक टोक अपराधियों पर शिकंजा कस सके. इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 27, 2021 11:58 AM

Jharkhand News, Ranchi News रांची : बिहार और यूपी एसटीएफ की तर्ज पर झारखंड में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वायड) को शक्ति दी जायेगी. ताकि, बेरोक-टोक वह पूरे प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कस सके. इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है. पहले से ही आतंकी गतिविधि में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार एटीएस को मिला हुआ है. प्रस्ताव के तहत एटीएस राज्य के माफिया गैंग के खिलाफ सटीक सूचना के तहत कार्रवाई करेगा.

गैंग के अपराधियों के खिलाफ एटीएस खुद और जिला पुलिस के साथ मिल कर एक्शन लेगा. डकैती करनेवाले गैंग पर भी सूचना संग्रह कर एटीएस कार्रवाई कर सकेगा. लेवी का पैसा संग्रह करनेवालों की संपत्ति का पता लगाकर उसे जब्त किया जायेगा. प्रस्ताव पर राज्य सरकार की मंजूरी के बाद एटीएस एक्शन में दिखेगा.

अभी छिटपुट घटनाओं में ही एटीएस की एक्टिविटी देखी गयी है. 21 सितंबर को जेल में अपराधियों और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ एटीएस ने राज्य के सात जिलों में उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी. यह उसी प्रस्ताव का ट्रायल था. इसी के मद्देनजर आइपीएस अधिकारी प्रशांत आनंद को एटीएस एसपी बनाया गया है.

वहीं, एटीएस पहले सीआइडी एडीजी को रिपोर्ट करता था. अब एटीएस को पुलिस मुख्यालय से सीधे जोड़ दिया गया है. एटीएस एसपी अब एडीजी अभियान को रिपोर्ट करेंगे. उनके दिशा-निर्देश पर एटीएस कार्रवाई करेगा.

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