झारखंड: 50 लाख रुपये की रंगदारी के साथ अमन श्रीवास्तव के दो गुर्गे गिरफ्तार, ऐसे फंसे ATS के जाल में
दोनों अपराधी अमन श्रीवास्तव व गैंग के रवि सरदार, फिरोज खान, जहीर अंसारी के इशारे पर ठेकेदार, कारोबारियों व अन्य से रंगदारी का पैसा वसूलते थे. रांची के कारोबारी से रंगदारी लेने के बाद दोनों पतरातू लौट रहे थे.
रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (होटवार, रांची) में बंद गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव के दो गुर्गों को एटीएस की टीम ने शुक्रवार को 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया. बरामद रुपये 49.83 लाख रांची के एक बड़े कारोबारी से वसूले गये थे. गिरफ्तार अपराधियों में खलारी निवासी एजाज अंसारी और रामगढ़ के पतरातू का रहनेवाला मिंकू खान शामिल है. इनके पास से एक स्कॉर्पियो (जेएच-01एफडी-6131) व चार मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. यह गाड़ी रामगढ़ जिले के मांडू, सिमरा मोड़ निवासी सुरेंद्र कुमार के नाम से निबंधित है.
दोनों अपराधी अमन श्रीवास्तव व गैंग के रवि सरदार, फिरोज खान, जहीर अंसारी के इशारे पर ठेकेदार, कारोबारियों व अन्य से रंगदारी का पैसा वसूलते थे. रांची के कारोबारी से रंगदारी लेने के बाद दोनों पतरातू लौट रहे थे. यह सूचना मिलते ही एटीएस की टीम ने रांची पुलिस की मदद से कांके-पिठौरिया रोड में आर्टिफिशियल जाम लगा दिया. इसमें दोनों अपराधी फंस गये. इसके बाद एटीएस की टीम ने दोनों को दबोच लिया. दोनों से एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है. एजेंसी के अनुसार जेल में रहते हुए भी अमन श्रीवास्तव सक्रिय है.
इसे झारखंड एटीएस ने 16 मई 2023 को नवी मुंबई के रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था. एटीएस के मुताबिक, मिंकू खान का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. इसके खिलाफ पतरातू थाना में तीन मामले दर्ज हैं. रंगदारी वसूल कर जिस स्काॅर्पियो से श्रीवास्तव गिरोह के एजाज व मिंकू रांची से पतरातू जा रहे थे, वह स्काॅर्पियो सुरेंद्र कुमार के नाम पर निबंधित है. इस स्काॅर्पियो का निबंधन 20 जून 2023 को रांची में हुआ है. दिल्ली में रहनेवाला रवि सरदार गैंग के पैसों का रख-रखाव करने का काम करता है. रंगदारी के पैसे हवाला के जरिये रवि सरदार के पास ही भेज दिया जाता है. फिर रवि उस पैसे से गैंग को हथियार व अन्य सामान उपलब्ध कराता है और निवेश भी करता है.
गिराेह के सदस्यों को ट्रैक कर रही थी एटीएस की टीम
एटीएस को सूचना मिली थी कि अमन श्रीवास्तव गुर्गों के जरिये बड़े पैमाने पर रंगदारी वसूल रहा है. इसके बाद श्रीवास्तव गिरोह को एटीएस टीम ने ट्रैक करना शुरू कर दिया. रांची के एक बड़े कारोबारी से वसूली के लिए एजाज और मिंकू के रांची आने की जानकारी मिलने के बाद इनपर एटीएस ने नजर रखनी शुरू की और दोनों पकड़े गये.