झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ईडी द्वारा जब्त 35 करोड़ की राशि मामले में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को पत्र लिखा है. इस पत्र में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी के क्षेत्रिय कार्यलय द्वारा मुख्य सचिव को लिखे गए गोपनीय पत्र की प्रति ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के कर्मचारी के घर से मिली है. उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है कि कैसे एक गोपनीय पत्र निजी सचिव के कर्मचारी के आवास से मिला है और इसकी जांच कराने की मांग की है.
क्या है मामला
आपको बता दें कि सोमवार को झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के सहायक जहांगीर के आवास में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान ईडी ने कुल 35 करोड़ की नकद राशि जब्त की. एक सहायक के यहां इतनी बड़ी मात्रा में कैश जब्त होने से पूरे देश में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. सोमवार को दिन भर चले इस रेड में ईडी ने छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को एक गोपनीय चिट्ठी मिली है. यह चिट्ठी ईडी ने झारखंड के मुख्य सचिव को 8 मई 2023 को लिखी थी. मुख्य सचिव ने यह पत्र अगले दिन 9 मई 2023 को ग्रमीण विकास मंत्रालय के सचिव को भेज कर कार्रवाई करने को कहा था. बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसकी जांच नहीं करवाई. ईडी की कार्रवाई के दौरान यह पत्र नोटों के बंडल के साथ बरामद हुआ था. इसी को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सीएम चंपाई सोरेन को पत्र लिख कर सीबीआई जांच कराने की मांग की. बाबूलाल मरांडी के कहना है कि यह एक बेहद गंभीर मामला है कि कैसे एक गोपनीय पत्र पीएस के नौकर के घर से बरामद हुआ वो भी नोटों के बंडल के साथ.
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