हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को झारखंड बंद का आह्वान किया गया. सुबह-सुबह राज्य के कई जिलों में झारखंड बंद का असर दिखा. इस दौरान सड़क पर आगजनी के साथ ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. हालांकि, कुछ देर में बंद समर्थकों ने बंद स्थगित कर दिया. साथ ही यह चेतावनी दी कि अभी सिर्फ झांकी दिखाई है, अगर हेमंत सोरेन को जल्द रिहा नहीं किया गया और ईडी अफसर व केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के साथ खेलना बंद नहीं किया तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा.
मालूम हो कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बुधवार (31 जनवरी 2024 की) रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी ने जमीन घोटाला से जुड़े मनी लाउंडिरंग केस में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आदिवासी मूलवासी संगठनों ने सोशल मीडिया पर झारखंड बंद का ऐलान किया है. हालांकि, अब खबर है कि बंदी वाला पोस्टर भी सोशल मीडियो से हटा लिया गया है.
कुछ जिलों में अभी बंद पूरी तरह वापस होने की खबर नहीं है. बोकारो जिले के ललपनिया में झारखंड बंद असरदार दिखा. ललपनिया में आदिवासी मूलवासी संघ के लोग सुबह से ही सड़क पर इकट्ठे हुए हैं. इस दौरान टायरों में आगजनी कर उन्होंने ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सड़क को भी जाम कर दिया गया. हालांकि, दो घंटे बाद सड़क खोल दिए गए, लेकिन वहां दुकानें अभी भी बंद हैं.
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