हेमंत सोरेन को रिहा करने की मांग के साथ झारखंड बंद वापस, दी गई ये चेतावनी

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में आहूत झारखंड बंद को वापस ले लिया गया है. सुबह-सुबह कई जिलों में बंद का असर देखा गया. कुछ देर बाद हेमंत सोरेन को रिहा करने की मांग के साथ बंद वापस लिया गया. बंद समर्थकों ने ईडी और केंद्र सरकार को कुछ चेतावनी भी दी है.

By Jaya Bharti | February 1, 2024 11:11 AM

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को झारखंड बंद का आह्वान किया गया. सुबह-सुबह राज्य के कई जिलों में झारखंड बंद का असर दिखा. इस दौरान सड़क पर आगजनी के साथ ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. हालांकि, कुछ देर में बंद समर्थकों ने बंद स्थगित कर दिया. साथ ही यह चेतावनी दी कि अभी सिर्फ झांकी दिखाई है, अगर हेमंत सोरेन को जल्द रिहा नहीं किया गया और ईडी अफसर व केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के साथ खेलना बंद नहीं किया तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा.

सोशल मीडियो से हटा बंदी वाला पोस्टर

मालूम हो कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बुधवार (31 जनवरी 2024 की) रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी ने जमीन घोटाला से जुड़े मनी लाउंडिरंग केस में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद आदिवासी मूलवासी संगठनों ने सोशल मीडिया पर झारखंड बंद का ऐलान किया है. हालांकि, अब खबर है कि बंदी वाला पोस्टर भी सोशल मीडियो से हटा लिया गया है.

कुछ जिलों में पूरी तरह खत्म नहीं हुआ बंद

कुछ जिलों में अभी बंद पूरी तरह वापस होने की खबर नहीं है. बोकारो जिले के ललपनिया में झारखंड बंद असरदार दिखा. ललपनिया में आदिवासी मूलवासी संघ के लोग सुबह से ही सड़क पर इकट्ठे हुए हैं. इस दौरान टायरों में आगजनी कर उन्होंने ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सड़क को भी जाम कर दिया गया. हालांकि, दो घंटे बाद सड़क खोल दिए गए, लेकिन वहां दुकानें अभी भी बंद हैं.


Also Read: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में झारखंड बंद, प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी, सरकारी स्कूल खुले
Also Read: मनरेगा घोटाले से कसने लगा हेमंत सोरेन पर शिकंजा, जानें कैसे हुई थी इसकी शुरुआत

Next Article

Exit mobile version