रैली निकालने और भड़काऊ भाषण देने पर संजय सेठ, बाबूलाल मरांडी समेत 51 BJP नेताओं पर नामजद केस दर्ज
मोरहाबादी मैदान में युवा सम्मेलन का आयोजन करने की अनुमति शर्तों के साथ दी गयी थी. लेकिन बाद में पता चला कि युवा सम्मेलन कार्यक्रम में भाजपा ने सीएम आवास का घेराव व तोड़ फोड़ करने की योजना बना रहे हैं.
रांची : मोरहाबादी मैदान में 23 अगस्त को आक्रोश रैली निकालने और सीएम आवास का घेराव करने के दौरान भड़काऊ भाषण देने, पुलिस पर जानलेवा हमला करने व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में लालपुर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है. यह केस कार्यपालक दंडाधिकारी संजय कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है.
इन्हें बनाया गया आरोपी
दर्ज प्राथमिकी में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, सांसद बीडी राम, ढुलू महतो, आदित्य साहू, दीपक प्रकाश, प्रदीप वर्मा, विद्युत वरण महतो, मनीष जायसवाल, विधायक भानु प्रताप शाही, नीलकंठ सिंह मुुंडा, रणधीर सिंह, डॉ नीरा यादव, रामचंद्र चंद्रवंशी, अपर्णा सेन गुप्ता, कुशवाहा शशिभूषण मेहता, पुष्पा देवी, समरी लाल, केदार हाजरा, राज सिन्हा, सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, नारायण दास, अमित मंडल, आलोक चौरसिया, कोचे मुंडा, किशुन दास, पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व सांसद अभय कांत प्रसाद, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, पूर्व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, भाजपा संगठन के महामंत्री कर्मवीर सिंह, भाजपा नेता विष्णुकांत राय, कुणाल यादव, अमरदीप यादव, वरुण साव, सुशील दुबे, अमित कुमार, रमेश सिंह, इंदु शेखर मिश्रा, प्रतुल शाहदेव, शशांक राज, आरती कुजूर, सत्येंद्र तिवारी, मंगल मूर्ति तिवारी, गंगेश्वर यादव, विशाल गौतम, कृष्णाकांत राय और 12 हजार अज्ञात भाजपा नेताओं व कार्यकर्ता को आरोपी बनाया गया है.
शिकायकर्ता ने लगाये हैं गंभीर आरोपी
शिकायतकर्ता के अनुसार, मोरहाबादी मैदान में युवा सम्मेलन का आयोजन करने की अनुमति शर्तों के साथ दी गयी थी. इस बीच सूत्रों के माध्यम से पता चला कि मोरहाबादी मैदान में आयोजित युवा सम्मेलन कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता कार्यक्रम में शामिल होकर विभिन्न मुद्दों का बहाना बनाकर मुख्य मंत्री आवास का घेराव एवं तोड़-फोड करने की योजना बना रहे है. कार्यक्रम में शामिल प्राथमिकी में नामजद नेता युवाओं को भड़काते हुए भाषण दे रहे थे कि किसी भी परिस्थिति में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना है.
पुलिस ने बार बार किया था भीड़ को रुकने का अनुरोध
पुलिस प्रशासन द्वारा लगायी गयी बैरिकेडिंग को चाहे तोड़ना पड़े तथा हमारे रास्ते में जो भी पुलिस प्रशासन आयेगा उन्हें भी रास्ते से हटाने के लिए हर तरीके अपनाने हैं. लेकिन, हर हाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना है. उनके इस प्रकार की भाषणबाजी से युवाओं में काफी आक्रोश पैदा हो गया और मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने की योजना बनायी गयी. इस दौरान भीड़ को रुकने के लिए कई बार अनुरोध किया जा रहा था. उन्हें बैरिकेडिंग न तोड़ने और पत्थरबाजी नहीं करने के लिए अनुरोध किया जा रहा था.
पत्थरबाजी में पुलिस के ये जवान घायल
लेकिन, वे बैरिकेडिंग तोड़ने के साथ-साथ पत्थरबाजी करते रहे. इसमें कई जवान घायल हो गये हैं. घटनाक्रम में उपद्रवियों द्वारा की गयी पत्थरबाजी एवं जानलेवा हमले में थाना प्रभारी लोअर बाजार, आरक्षी श्याम सुंदर राम, अमित कुमार उपाध्याय, राजेश सिंह कुशवाहा, आइआरबी-04, लातेहार सहित करीब 25-30 पुलिसकर्मी गंभीर एवं साधारण रूप से जख्मी हुए हैं. इनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. इसके बाद सुरक्षा और आत्मरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर केनन का इस्तेमाल किया. साथ ही टियर स्मोक, स्टेन शेल, स्टेन हैंड ग्रेनेड का प्रयोग किया गया. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा कार्यकर्ता गिरते-पड़ते भागे.