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झारखंड में BSC नर्सिंग की 4000 से अधिक सीटें खाली, अब दाखिले के लिए उठाया जाएगा ये कदम

झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने एक और परीक्षा लेकर रिक्त सीटों पर नामांकन लेने का निर्णय लिया है. हालांकि इस बाबत पर्षद द्वारा स्वास्थ्य विभाग से मार्गदर्शन मांगा जाना है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 16, 2023 9:20 AM

राणा प्रताप, रांची:

झारखंड में संचालित सरकारी व गैर सरकारी (प्राइवेट) संस्थानों में बीएससी नर्सिंग, एएनएम व जीएनएम पाठयक्रमों में अधिकतर सीटें खाली है. तीन राउंड की ऑनलाइन काउंसेलिंग के बाद सबसे अधिक सीटें प्राइवेट संस्थानों में खाली रह गयी हैं. बताया जाता है कि लगभग 4000 से अधिक सीटें अभी खाली हैं. सरकारी संस्थानों में भी सीटें भर नहीं पायी हैं. स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के आलोक में आयोजित प्रवेश परीक्षा-2023 में सिर्फ 968 अभ्यर्थियों के सफल होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

पहले अक्तूबर तक नामांकन लेने का समय था, जिसे नर्सिंग काउंसिल ऑफ इंडिया ने 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है. उधर समय सीमा बढ़ने के बाद झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद ने एक और परीक्षा लेकर रिक्त सीटों पर नामांकन लेने का निर्णय लिया है. हालांकि इस बाबत पर्षद द्वारा स्वास्थ्य विभाग से मार्गदर्शन मांगा जाना है. विस्तारित समय में भी 15 दिन बीत गया है. अब सिर्फ 15 दिन का समय नामांकन के लिए बचा हुआ है, लेकिन खाली सीटों पर अभ्यर्थियों का नामांकन कैसे होगा, यह अभी तय नहीं हो पाया है.

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  • प्राइवेट संस्थानों में अधिकतर सीट अभी भी खाली है

  • नर्सिंग काउंसिल ऑफ इंडिया ने 30 नवंबर तक बढ़ायी है नामांकन की समय-सीमा

  • प्रवेश परीक्षा में सिर्फ 968 अभ्यर्थियों को किया गया था सफल घोषित

स्वास्थ्य विभाग ने किया था नियमों में बदलाव

स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ष 2023 में बीएससी नर्सिंग, एएनएम व जीएनएम पाठयक्रम में नामांकन को लेकर नियमों में बदलाव किया था. इस बदलाव के बाद परीक्षा पर्षद ने नर्सिंग प्रवेश प्रतियोगिता (एएनएम व जीएनएम) परीक्षा-2023 आयोजित की थी. प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का रिजल्ट विभाग द्वारा तय प्रतिशत के आधार पर निकाला गया, जिसमें नियम के तहत 968 अभ्यर्थी सफल घोषित किये गये. विभाग द्वारा कोटिवार प्रतिशत तय किया गया था, जो इस प्रकार है.

सामान्य वर्ग 40%

पिछड़ा वर्ग (एनेक्चर-दो) 36.5%

अत्यंत पिछड़ा वर्ग (एनेक्चर-एक) 34%

एससी,एसटी व महिला वर्ग 32%

आदिम जनजाति 30%

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग 40%

प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर लेना था नामांकन

सरकारी संस्थानों में नामांकन को लेकर झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद द्वारा प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा व काउंसेलिंग की प्रक्रिया अपनायी जाती है. राज्य के लोक निजी भागीदारी के आधार पर संचालित नर्सिंग संस्थानों व गैर-सरकारी संस्थानों में भी सभी सीटों पर नामांकन के लिए पर्षद द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों का भाग लेना अनिवार्य होगा.

लोक निजी भागीदारी के आधार पर संचालित नर्सिंग संस्थानों व गैरसरकारी संस्थानों के 50 प्रतिशत खुली सीट में नामांकन के लिए सरकारी संस्थानों में नामांकन के लिए निर्धारित विहित प्रक्रिया के अनुरूप ही कार्रवाई की जायेगी. शेष 50 प्रतिशत प्रबंधन सीट के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है.

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