पढ़ें झारखंड बजट में क्या है खास, जेएमएम ने कहा, ऐतिहासिक बजट

हेमंत सरकार के बजट को ऐतिहासिक बताया गया. झारखंड मुक्ति मोरचा ने कहा, राज्य का खजाना जिस स्थिति में था यह बजट ऐतिहासिक है.

By PankajKumar Pathak | March 3, 2020 7:14 PM

रांची : झारखंड बजट में हेमंत सरकार ने क्या खास दिया है. इस बजट को लेकर सरकार क्या सोचती है और कैसे हेमंत सरकार अपने किये वादे की तरफ बढ़ रही है. इन सारे सवालों का जवाब देते हुए हेमंत सरकार के बजट को ऐतिहासिक बताया गया. झारखंड मुक्ति मोरचा ने कहा, राज्य का खजाना जिस स्थिति में था यह बजट ऐतिहासिक है.

झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सह प्रवक्ता श्री सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, 86 हजार 370 करोड़ का बजट है. इसके दस बिंदू जिस पर बजट पूरी तरह फोकस किया गया है. पहला रोजगार दूसरा शिक्षा तीसरा चिकित्सा चौथा कृषि, किसान पेयजल रोटी कपड़ा और मकान.

प्रधानमंत्री आवास योजना में अब मिलेंगे 50 हजार अतिरिक्त

मकान हमारा वादा था जिस पर पहले पायदान में हमने कदम रखा है. प्रधानमंत्री आवास योजना की जो लागत थी उसमें 50 हजार का अनुदान और जोड़ा गया है क्योंकि जितना पैसा दिया जाता है उसके बाद भी लोगों को कर्ज लेना पड़ता था इसलिए हमने पचास हजार अधिक देने का फैसला लिया है.

पहले की सरकार का बजट ठेकेदारों के लिए होता था

हमने पांच साल के लिए जो वादा किया है उसमें यह पहली सीढ़ी है. बिजली, महिला सशक्तिकरण, उद्योग में जो पिछले पायदान पर खड़े बुनकर साथी, कारीगर और जो मध्यम और छोटे दर्ज के उद्योग को ध्यान में रखा है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, पिछले पांच सालों में राज्य सरकार का हर बजट ठेकेदारों के लिए होता था. इस बजट से ठेकेदारों को निराशा हुई होगी. भाजपा से जो प्रतिक्रिया आ रही है वह ठेकेदारों की भावना है. आपकी योजनाओं में आम जनों का सीधा लगाव नहीं था. आपने विधानसभा को भव्य रूप दिया यह जरूरी नहीं था.

हर एक बेरोजगार को मिलेगा लाभ, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन भी सबको मिले

हमारे आज की राजनीतिक परिदृश्य है, हमारा खुद को जो संवैधानिक सेटअप है उसमें कम लागत से भी इसे तैयार किया जा सकता है. इससे बेरोजागरों को लाभ दिया जा सकता था. हमने बेरोजगारों की बात कही थी हमने बेरोजगारों से जो वादा किया था उसे पूरा किया पांच हजार स्नातक को औऱ सात हजार स्नातकत्तोर को दिया है. हर साल जो फॉर्म भरना पड़ता है परीक्षा के लिए यात्रा करनी पड़ती है उसमें छात्रों को राहत मिलेगा.

प्रत्येक छात्र – छात्राओं के साथ एक व्यवहार होगा. सबको छात्रवृति मिलेगी इसमें कोई भेदभाव नहीं होगा. विधवा पेंशन और वृद्धा पेंशन पर भी कोई बार नहीं होगा.समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान रूप से योजनाओं का लाभ मिलेगा.

राज्य के हर व्यक्ति को मिलेगा पांच लाख का बीमा

राज्य का हर व्यक्ति चाहे वो सबसे गरीब हो या सबसे अमीर जो सबसे ज्यादा टैक्स देता हो सबको पांच लाख रुपये तक का सबका वीमा करा दिया गया है.

आयुष्मान योजना के अलावा भी राज्य सरकार देगी पांच लाख की मदद

जो सबसे खर्चीला ईलाज होता है जैसे केंसर, हार्ट की बीमारी है, किडनी है. इन तमाम बीमारियों पर मुफ्त ईलाज होगा. आयुष्मान योजना है लेकिन प्राइवेट अस्पताल इससे भाग रहे हैं. केंद्र की योजना के साथ अतिरिक्त पांच लाख का बीमा मिलेगा. हर सभी दुखी तो राज्य के हर लोग दुखी थे.

शुरू होगा मुख्यमंत्री कैंटिन योजना

गुरू जी ( शिबू सोरेन) का सपना था हर पेट में अनाज हो कोई भूखा ना साये. हमने दाल भात योजना शुरू की थी उसे बंद कर दिया गया. हमने उसी योजना को दोबारा मुख्यमंत्री कैंटिन योजना के तहत शुरू करने का काम किया है. साल में हर कोई नया कपड़ा पहनते हैं नया त्योहार में खरीदते हैं. हमने धोती साड़ी और लूंगी देने का फैसला लिया था उस योजना को सरकार ने दोबारा चालू किया है.

ग्रामीण इलाकों में डॉक्टरों को मिलेगा 45 हजार अधिक

यहां की बेसिक शिक्षा को और बेहतर किया जाए इस पर भी हमारा ध्यान है. सरकारी स्कूल के प्रति लोगों का झुकाव हो इस पर ध्यान दिया है. दूर दराज के इलाकों में डॉक्टर नहीं रहते थे उन्हें भी प्रोत्साहन देने के लिए स्पेलस्टिट डॉक्टरों को 45 हजार अधिक औऱ साधारण डॉक्टरों को 25 हजार देने का फैसला लिया है.

फुटानी छोड़कर ईमानदारी से काम करने की कोशिश

हमने मोहल्ला क्लीनिक में डॉक्टर और दवाई हो इसका भी ध्यान रखा है. हमने श्वेत पत्र में बताया है कि हर व्यक्ति के माथे पर 29 हजार का कर्ज छोड़ा है. खजाना खाली है. हमने इच्छा शक्ति के तहत ढाना है कि फुटानी और लफ्फाजी छोड़कर ईमानदारी से काम करेंगे.

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