झारखंड सरकार की बड़ी पहल, अहमदाबाद व राजकोट के हृदय अस्पताल में हर साल 1000 मरीजों का होगा मुफ्त इलाज
राज्य में झारखंड हृदय चिकित्सा योजना शुरू होगी. इसके तहत कैबिनेट ने शुक्रवार को प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन का मनोनयन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ एमओयू करने की मंजूरी दी
रांची: झारखंड की हेमंत सरकार ने कल कैबिनेट की बैठक में कई बड़े प्रस्तावों को मंजूरी दी. जिसमें राज्य हृदय चिकित्सा योजना भी प्रमुख है. इसके तहत राज्य के 1000 मरीजों का इलाज अहमदाबाद और राजकोट के अस्पतालों में फ्री होगा. इन सभी मरीजों का इलाज साईं हृदय अस्पताल, अहमदाबाद और सत्य साईं हृदय अस्पताल राजकोट में होगा. आपको बता कि कल कैबिनेट ने प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन का मनोनयन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ एमओयू करने की मंजूरी दी.
अहमदाबाद स्थित साईं हृदय अस्पताल में तीन माह से 18 वर्ष के बीच के बच्चों और राजकोट में 18 से 65 वर्ष तक के लोगों की हृदय संबंधी बीमारियों का नि:शुल्क इलाज होगा. मरीजों की स्क्रीनिंग जिलास्तर पर करायी जायेगी. सचिव वंदना डाडेल ने बताया कि बैठक में कुल 29 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी.
मनरेगा में संविदा कर्मियों का मानदेय बढ़ा
कैबिनेट में राज्य में मनरेगा के तहत संविदा पर कार्यरत क्षेत्रीय पदाधिकारियों व कर्मियों के मासिक मानदेय में संशोधन का फैसला किया गया. इसके तहत विभिन्न पदाधिकारियों और कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की गयी है. पांच वर्ष से कम अनुभव रखनेवाले ब्लॉक प्रोग्राम अफसर का मानदेय 19,500 रुपये से बढ़ा कर 23,140 रुपये किया गया है. इसी श्रेणी में ग्राम रोजगार सेवक का मानदेय 7,500 रुपये से बढ़ा कर 11,000 किया गया है. इसी तरह अन्य श्रेणियों का मानदेय भी बढ़ाया गया है.
राज्य विधायक योजना की राशि में वृद्धि
कैबिनेट ने राज्य विधायक योजना की राशि में वृद्धि करने का फैसला किया. विधायक योजना की राशि में एक करोड़ रुपये बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर मंजूरी दी. पहले प्रति विधायक प्रति वित्तीय वर्ष चार करोड़ रुपये योजना के तहत दिये जाते थे. अब हर विधायक के लिए सालाना पांच करोड़ रुपये का प्रावधान किया जायेगा.
डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु दो साल बढ़ी
कैबिनेट ने स्वास्थ्य सेवा के गैर शैक्षणिक चिकित्सक व विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने पर सहमति दी. चिकित्सकों को दो वर्ष का अवधि विस्तार दिया गया. पहले गैर शैक्षणिक चिकित्सक व विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति उम्र 65 वर्ष थी. उसे 67 वर्ष करने पर स्वीकृति दी गयी.
Posted By: Sameer Oraon