Good News: झारखंड में अब मिल सकेगी 6000 मेगावाट बिजली, 116 ग्रिड से मिटेगा अंधियारा, पूरा प्रदेश होगा जगमग

झारखंड में 116 ग्रिड की जरूरत है, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 53 ग्रिड ही कार्यरत हैं. 116 ग्रिड बनने पर राज्य में 6000 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो सकेगी. झारखंड ऊर्जा संचरण निगम द्वारा तेजी से नये ग्रिड सब स्टेशन बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 12, 2023 4:07 PM
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रांची, सुनील चौधरी : झारखंड में पूरी क्षमता से बिजली आपूर्ति के लिए 116 ग्रिड सब स्टेशन की जरूरत है. हालांकि, वर्तमान में केवल 53 ही कार्यरत हैं. ग्रिडों द्वारा राज्य में 27455 एमवीए बिजली की जरूरत है. फिलहाल 9885 एमवीए की ही आपूर्ति हो पाती है. राज्य में समुचित तरीके से बिजली आपूर्ति हो सके, इसके लिए झारखंड ऊर्जा संचरण निगम द्वारा तेजी से नये ग्रिड सब स्टेशन बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. बताया गया कि 45 नये ग्रिड स्टेशन निर्माणाधीन हैं, जो एक-दो वर्षों में चालू हो जायेंगे. वहीं 18 ग्रिड सब स्टेशन की योजना बनायी जा रही है. बताया गया कि वर्तमान में 3100 मेगावाट तक बिजली की मांग चली जाती है, पर भविष्य में झारखंड में छह हजार मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए ये 116 ग्रिड आपूर्ति करने में सक्षम होंगे.

15238 सर्किट किमी ट्रांसमिशन लाइन की जरूरत

ऊर्जा संचरण निगम द्वारा बताया गया कि भविष्य में बिजली की मांग को देखते हुए जहां 116 ग्रिड की जरूरत है. वहीं इन ग्रिडों को जोड़ने के लिए 15238 सर्किट किमी ट्रांसमिशन लाइन की जरूरत है. वर्तमान में 6507 सर्किट किमी ट्रांसमिशन लाइन हैं और 5005 सर्किट किमी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण हो रहा है.

यहां बन रहे हैं ग्रिड

400 केवी का ग्रिड लातेहार, 220 केवी क्षमता के ग्रिड लोहरदगा, जैनामोड़, पतरातू में बन रहे हैं. वहीं 132 केवी क्षमता के ग्रिड इरबा, सिल्ली, अनगड़ा, कोलेबिरा, कुरडेग, गावां, शिकारीपाड़ा, जरमुंडी, अमरापाड़ा, नारायणपुर, सारठ, बरहेट, कुंडहित, चौका, चकुलिया, हंसडीहा, कांड्रा, सुरदा, सुंदरनगर, महुधर, नौडीहा, नगरउंटारी, चैनपुर, रमकंडा, चंदवा, छतरपुर, चंदनकियारी, चतरा, बड़कागांव, सिमरिया, रामगढ़, बरही, बिष्णुगढ़, पेटरवार, हंटरगंज, गोला, दुग्धा, महुदा, निरसा व पुटकी में बनाये जा रहे हैं.

इन स्थानों पर ग्रिड बनाने की है योजना

झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड द्वारा 18 नये ग्रिड बनाने की योजना है. इसके लिए स्थल का चयन कर लिया गया है. इनमें 400 केवी क्षमता के ग्रिड कोडरमा, चांडिल, मांडर, दुमका व जसीडीह में बनाये जायेंगे. वहीं 220 केवी क्षमता के ग्रिड बलियापुर, गोमिया, हजारीबाग, जादूगोड़ा, बेड़ो, नोवामुंडी, खूंटी, सरवल, तमाड़, पालाजोरी, सिमडेगा, बरकट्ठा, तोपचांची में बनाया जाना है. इसके टेंडर आदि के लिए डीपीआर बनाने का काम चल रहा है.

पीजीसीआइएल भी बना रहा है ग्रिड व ट्रांसमिशन लाइन

झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के अलावा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पीजीसीआइएल) द्वारा भी ग्रिड बनाये जा रहे हैं. साथ ही दो ट्रांसमिशन लाइन भी बनाये जा रहे हैं. इसमें 400 केवी क्षमता के ग्रिड सब स्टेशन लातेहार व लोहरदगा में बनाये जा रहे हैं. वहीं चंदवा-लातेहार में 41 किमी का ट्रांसमिशन लाइन तथा पतरातू-लातेहार में 107 किमी का ट्रांसमिशन लाइन भी निर्माणाधीन है.

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