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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोले, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हों अस्पताल, मरीजों को मिले 24 घंटे सेवा

रांची : झारखंडवासियों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में ठोस व्यवस्था को प्राथमिकता देनी है. इसके लिए राज्य के 264 प्रखंडों, 45 अनुमंडलों और 24 जिलों में संचालित अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करें, जो चौबीसों घंटे सेवा प्रदान करनेवाला हो. इस कार्य को धरातल में यथाशीघ्र उतारने के लिए कार्य शुरू कर दें. इन अस्पतालों में आवश्यक मानव संसाधनों के लिए प्रस्ताव दें, जिससे डॉक्टरों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य की कमी को पूरा किया जा सके. बेहतर प्रबंधन पर विशेष जोर दें. जो भवन प्रखंड, अनुमंडल और जिला में तैयार हैं या निर्माणाधीन हैं, उनका भी उपयोग करें. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में आयोजित स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में कही. बैठक में मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कई निर्देश भी दिये. सीएम ने कहा कि नये स्वास्थ्य भवन बनाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं. कई भवन बनकर तैयार हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के काम नहीं आ रहे. ऐसे में नये भवनों का निर्माण फिलहाल व्यर्थ है. सरकार उपयोगिता के आधार पर नये भवन निर्माण का निर्णय लेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2020 8:32 AM

रांची : झारखंडवासियों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में ठोस व्यवस्था को प्राथमिकता देनी है. इसके लिए राज्य के 264 प्रखंडों, 45 अनुमंडलों और 24 जिलों में संचालित अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करें, जो चौबीसों घंटे सेवा प्रदान करनेवाला हो. इस कार्य को धरातल में यथाशीघ्र उतारने के लिए कार्य शुरू कर दें. इन अस्पतालों में आवश्यक मानव संसाधनों के लिए प्रस्ताव दें, जिससे डॉक्टरों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य की कमी को पूरा किया जा सके. बेहतर प्रबंधन पर विशेष जोर दें. जो भवन प्रखंड, अनुमंडल और जिला में तैयार हैं या निर्माणाधीन हैं, उनका भी उपयोग करें. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में आयोजित स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में कही. बैठक में मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कई निर्देश भी दिये. सीएम ने कहा कि नये स्वास्थ्य भवन बनाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं. कई भवन बनकर तैयार हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के काम नहीं आ रहे. ऐसे में नये भवनों का निर्माण फिलहाल व्यर्थ है. सरकार उपयोगिता के आधार पर नये भवन निर्माण का निर्णय लेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जमशेदपुर स्थित एमजीएम और बोकारो स्थित सेल के अस्पताल को दुरुस्त करने की दिशा में कार्य करें. एमजीएम अस्पताल के बेड, फर्श समेत अन्य जरूरी चीजों को बदल कर नया स्वरूप प्रदान करें. बोकारो स्थित सेल अस्पताल के सुदृढ़ीकरण के लिए सेल चेयरमैन से बात कर कार्य प्रारंभ करने का प्रयास होना चाहिए.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य से टीबी जैसे रोग का समूल नाश नहीं कर सके. करीब एक लाख कर्मचारी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के लिए काम कर रहे हैं. फिर भी हम बेहतर सुविधा क्यों नहीं दे पा रहे हैं. कर्मियों की क्षमता का सही उपयोग करें.

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सीएम ने कहा कि एएनएम और जीएनएम के लिए युवक भी आगे आएं. स्वास्थ्य विभाग ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करे. सिर्फ महिलाएं ही इस क्षेत्र में हैं. इसकी पढ़ाई युवाओं को भी करनी चाहिए. युवाओं को रोजगार देने की दिशा में यह प्रयास सफल होगा. सीएम ने कहा कि पूर्व में जो आयुष अस्पताल बने हैं, उन्हें शुरू करें. राज्य में पाये जानेवाले औषधीय पौधों से संबंधित दस्तावेज तैयार करें. क्योंकि इन पौधों को जाननेवाले की मृत्यु के बाद वह ज्ञान भी मर जाता है. इस क्षेत्र में विभाग को कार्य करना चाहिए. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी सहित संबंधित विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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