झारखंड की तीसरी महिला मुख्य सचिव राज्यपाल के हाथों हो चुकी है सम्मानित, मंगलवार को लिया था बड़ा फैसला

Alka Tiwari: अलका तिवारी ने मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए आंधी-तूफान और लू से होने वाली नुकसान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को कहा है. वह राज्य की तीसरी महिला मुख्य सचिव हैं.

By Sameer Oraon | February 5, 2025 12:33 PM

रांची, लिजा बाखला : आईएएस अलका तिवारी झारखंड की तीसरी महिला मुख्य सचिव है. उन्होंने मंगलवार को अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए आंधी-तूफान और लू से होने वाली जानमाल से नुकसान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को कहा है. मूल रूप से यूपी की रहने वाली यह होनहार छात्रा ने सिविल सर्विस के करियर में काफी नाम कमाया है. मुख्य सचिव के पद पर आसिन होने से पहले भी वे कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. ऐसे हम आज उनके करियर पर एक नजर डालेंगे. 1988 बैच की इस आईएएस अफसर की गिनती एक तेज तर्रार महिला पदाधिकारी के रूप में होती है. वे पढ़ाई लिखाई में भी काफी मेघावी छात्रा थी. वह मेरठ यूनिवर्सिटी में राज्यपाल से गोल्ड मेडल ले चुकी है.

रांची विश्व विद्यालय से की है कानून की पढ़ाई

अलका तिवारी ने मनोविज्ञान विषय में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम के मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से एम.एससी की पढ़ाई पूरी की. यहां भी इन्हें मैनेजमेंट और विकास प्रोजेक्ट्स में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए गोल्ड मेडल मिल चुका है. इस महिला आईएएस अधिकारी ने रांची विश्वविद्यायल से कानून की डिग्री ली है. इसके अलावा भी उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी, ड्यूक विश्वविद्यालय जैसी कई नामी विश्वविद्यालय से शॉर्ट टर्म का कोर्स किया.

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लोहरदगा और गुमला की रह चुकी है डीसी

आईएएस अलका तिवारी अपने सर्विस के दौरान की कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रही. लोहरदगा और गुमला जिला की डीसी भी रह चुकी है. इसके अलावा वे वन और पर्यावरण वाणिज्यिक जैसे विभागों में सचिव के पद पर काम किया. भारत के उच्च शिक्षा नियामक प्रणाली में बदलाव लाने की योजना मैं उनका बड़ा योगदान है.

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