Jharkhand Chunav 2024: झारखंड में पहले नारे से सेट होता था नैरेटिव, अब हैशटैग का जमाना
Jharkhand Chunav 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में सभी प्रमुख पार्टियों ने स्लोगन और हैशटैग अपना नैरेटिव सेट करने में लगे हैं. ये स्लोगन अभी सोशल मीडिया का पोस्ट भरा पड़ा है. सभी प्रत्याशी अभी चुनाव प्रचार में इनका जमकर इस्तेमाल कर रही है.
Jharkhand Chunav 2024, रांची : ‘एक ही नारा हेमंत दोबारा’, ‘रोटी-बेटी-माटी की पुकार झारखंड में भाजपा सरकार’, ‘झारखंड का विकास होगा इंडियन गठबंधन का साथ होगा’, ‘हमारा संघर्ष ही हमारी पहचान है’, ‘हमने बनाया है हम ही संवारेंगे’…. ये स्लोगन झामुमो, बीजेपी, कांग्रेस, आजसू, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा जैसी राजनीतिक पार्टियों के हैं. इन स्लोगन के अलावा कई ऐसे स्लोगन और हैशटैग हैं, जिनसे सोशल मीडिया का पोस्ट भरा पड़ा है.
हैशटैग से प्रत्याशी जनता के बीच बना रहे पकड़
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां और प्रत्याशी चुनाव प्रचार में इनका इस्तेमाल कर रही है. इन आकर्षक स्लोगन और हैशटैग से प्रत्याशी जनता के बीच अपनी पकड़ बना रहे हैं. ज्यादा शेयर होने वाले स्लोगन और हैशटैग को सोशल मीडिया पर ट्रेडिंग माना जा रहा है. इन खास स्लोगन और हैशटैग को तैयार करने के लिए अब प्रोफेशनल टीम की मदद ली जाती है.
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प्रत्याशी एक घंटे में 10 से 15 पोस्ट कर रहे शेयर
सोशल मीडिया पर हैशटैग और स्लोगन से राजनीतिक पार्टियां न केवल एक-दूसरे पर कटाक्ष कर रहीं, बल्कि अपनी मजबूत दावेदारी भी पेश कर रही है. राजनीतिक पार्टियां और प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान और भ्रमण की जानकारी अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स हैंडल पर शेयर कर रहे हैं. बड़ी राजनीतिक पार्टियां जहां 24 घंटे में 20 से 30 पोस्ट शेयर कर रहे हैं. वहीं, एक प्रत्याशी औसतन एक घंटे में 10 से 12 पोस्ट अपलोड कर रहे हैं. प्रत्याशी अपने स्लोगन के साथ जनसंपर्क अभियान की जानकारी और प्रमुख घोषणाएं साझा कर रही हैं.
सोशल मीडिया टीम पर लाखों रुपये कर रहे खर्च
विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, अब पार्टी और प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार के लिए प्रोफेशनल लोगों की टीम बहाल की जा रही है. इसमें कंटेंट राइटर, ग्राफिक्स डिजाइनर, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, वीडियो एडिटर समेत सोशल मीडिया मैनेजर का काम प्रत्याशी के मांग के अनुरूप सोशल मीडिया पोस्ट तैयार करना होता है. इन पोस्ट में हैशटैग और स्लोगन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. कैची वर्ड के साथ इन्हें पोस्ट किया जाता है, ताकि समय-समय पर सोशल मीडिया वॉल पर पोस्ट होने पर यह ट्रेंड करता रहे. इस काम के लिए प्रत्याशी और राजनीतिक पार्टियां प्रोफेशनल टीम पर लाखों रुपये खर्च कर रही है.
बीजेपी का हैशटैग
# घुसपैठिया मुक्त झारखंड
# रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा सरकार
# ये परिवर्तन की हुंकार है, झारखंड में आ रही भाजपा की सरकार है
# प्रताड़ित जनता की पुकार, उखाड़ फेकेंगे हेमंत सरकार
# सबको समझ आ रहा है, हेमंत सोरेन जा रहा है
कांग्रेस का हैशटैग
# हर घर खटाखट
# हाथ हमारे साथ तुम्हारे, आओ मिल कर झारखंड संवारें
# फर्क साफ है इंडिया गठबंधन साथ है
# इंडिया गठबंधन आयी, खुशहाली लायी
आजसू का हैशटैग
# आपके साथ और विश्वास से झारखंड का करेंगे नवनिर्माण
# झामुमो का झोल
# हेमंत है, तो हाहाकार है
# हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे
झामुमो का हैशटैग
# एक ही नारा हेमंत दोबारा
# रोटी-बेटी-माटी पर भाजपा का अत्याचार, नहीं सहेगा झारखंड अबकी बार
# मारबो धनुष बान से, कमलवा जैतव मुरझाय
# देखो झारखंड का शेर आया, दुश्मन को करने ढेर आया
# हर बाधा को जो पार करता जाये, वो हेमंत सोरेन कहलाये
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी माेर्चा
# हमारा संघर्ष ही हमारी पहचान है
# बेराजगारी पर होगा वार
# मेरी माटी मेरी मां
# इतिहास बदलने आ रहा हूं, इतिहास रचने आ रहा हूं