छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव 2021 में शामिल हुए CM हेमंत,बोले- आदिवासी समुदाय को आगे बढ़ाने में जुटी है झारखंड सरकार
छत्तीसगढ़ के आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 में शिरकत करने रायपुर पहुंचे झारखंड सीएम हेमंत सोरेन. ऐसे समारोह आयोजित करने के लिए झारखंड सीएम श्री सोरेन ने छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की प्रशंसा की. वहीं दूसरी ओर, नक्सलवाद के खिलाफ दोनों राज्य साथ मिलकर काम करते रहने की बात दोहरायी.
Jharkhand News (रांची) : झारखंड सीएम हेमंत सोरेन गुरुवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंचे. रायपुर स्थित साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई. झारखंड सीएम श्री सोरेन ने इस समारोह के लिए छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की सराहना भी की. इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए नक्सलवाद पर रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ के साथ मिलकर काम करने की बात दोहरायी.
रायपुर में आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 के उद्घाटन समारोह में शामिल होने पर झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी है. श्री सोरेन ने कहा कि इस तरह के आयोजन से अपनी सभ्यता-संस्कृति को देश-दुनिया के सामने पहुंचाने का बेहतर अवसर मिलेगा. उन्होंने आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 समारोह की प्रशंसा की.
इधर, सीएम श्री सोरेन ने कहा कि यह सिर्फ नृत्य महोत्सव नहीं, बल्कि ऐसे वर्गों के लिए सम्मान है जो शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े रहे हैं. यह पूरे देश और विदेश के लिए संदेश है कि अगर हम चाहें तो यह वर्ग हमारे साथ कदम से कदम मिला कर चल सकता है. इनके नाम पर विभाग तो बन जाते हैं, लेकिन इसके समुचित लाभ से समुदाय वंचित रह जाता है.
Also Read: ऐतिहासिक होगा झारखंड के लिए 31 अक्तूबर का दिन, विधानसभा में पहली बार 24 विद्यार्थी चलायेंगे संसद, तैयारी पूरीउन्होंने कहा कि मैं भी एक आदिवासी समाज से आता हूं. किस तरह से इस जगह पर पहुंचा हूं. यह बहुत बड़ी चुनौती रही है मेरे लिए. आज तो मुझे आपके बीच में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का मौका मिला. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं अगर मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं भी रहता, तो अवश्य इस कार्यक्रम में आता. मैं यहां आये सभी कलाकारों को शुभकामनाएं देता हूं.
सीएम श्री सोरेन ने कहा आदिवासी नृत्य महोत्सव 2019 से शुरू किया गया है. यह पूरे देश में अपने आप में अलग कार्यक्रम है जहां आदिवासी समाज की परंपरा और संस्कृति से रूबरू होने का अवसर प्राप्त होता है. जनजातीय समाज अपनी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को भौतिकवादी युग में बचाने में संघर्षरत है. ऐसे में इस कार्यक्रम से जनजाति वर्ग को एक ऊर्जा मिलेगी और वे अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को अक्षुण्ण रख सकेंगे. साथ ही, परिसर में आयोजित मेला में इन वर्गों की अद्भुत आंतरिक क्षमता भी देखने को मिलेगी, जो प्राकृतिक रूप से इनके साथ जुड़ा रहता है.
क्रय शक्ति बढ़ाने की दिशा में कार्य होना चाहिएउन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के आसपास रहता है. उनके खेत, खलिहान, पशु और वनोपज ही इनका धन है. छत्तीसगढ़ शासन वनोपज में एमएसपी देकर ऐसे समुदाय को मदद कर रही है, जो सराहनीय है. कहा कि मेरा मानना है कि गांव समृद्ध होगा तभी देश और राज्य का विकास हो सकता है. ऐसे ही देश और राज्य आगे बढ़ेगा. ग्रामीणों की क्रय शक्ति बढ़ाने और देश के वंचित, पिछड़ों, गरीबों के उत्थान की दिशा में कार्य होना चाहिए.
Also Read: आंध्र प्रदेश से रेस्क्यू कर 15 युवती पहुंची चाईबासा, बीमारी में भी कंपनी लेता था काम, पीड़िता ने सुनायी आपबीती सरकार समुदाय के उत्थान के लिए प्रयासरतसीएम श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड की आदिवासी समुदाय की बच्चियां खेल के क्षेत्र में अपना जौहर दिखा रही हैं. हॉकी की राष्ट्रीय टीम में झारखंड की 7 बच्चियां शामिल हुईं. यह सभी एक ही जिला से आती हैं. राज्य सरकार झारखंड में खेल की संभावनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा सरकार ने जनजातीय समाज के होनहार और प्रतिभाशाली बच्चों को 100 प्रतिशत अनुदान पर यूके भेजकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्रदान किया है. 6 बच्चों को चयनित कर हम उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने में सफल रहे हैं.
इससे पहले रायपुर पहुंचने पर झारखंड सीएम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नक्सलवाद पर काबू पाने में विभिन्न राज्य लगे हुए हैं. नक्सल की समस्या सिर्फ झारखंड और छत्तीसगढ़ की नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की समस्या है. नक्सलवाद की रोकथाम को लेकर झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्य साथ मिलकर काम करते रहेंगे. भविष्य में इस दिशा में और बेहतर कार्य दिखेगा.
तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में 7 देश, भारत के 27 राज्य एवं 6 केंद्र शासित प्रदेश के 1000 से ज्यादा कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे. आदिवासी संस्कृति की झलक विवाह संस्कार एवं पारंपरिक रीति-रिवाज को आदिवासी समुदाय के लोग करेंगे प्रदर्शित. इस दौरान युगांडा, नाइजीरिया, उज्वेकिस्तान, स्वाजीलैंड मालदीव, श्रीलंका, फिलिस्तीन समेत अन्य देश की आदिवासी संस्कृति की देखने को झलक मिलेगी.
Also Read: Jharkhand News: गढ़वा में KCC लोन का हाल बेहाल, किसानों ने खरीफ के समय में दिया आवेदन, रबी में भी नहीं मिला ऋणइधर, आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि रायपुर पहुंचने पर झारखंड सीएम श्री सोरेन का भव्य स्वागत हुआ, वहीं छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने गौर सिंग और पारंपरिक वाद्य यंत्र मांदर भेंट किया. दूसरी ओर, झारखंड के कलाकारों ने भी छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल और झारखंड सीएम श्री सोरेन को अंगवस्त्र भेंट किये.
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्रीगण, राज्यसभा सदस्य बीके हरिप्रसाद, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन सहित अन्य उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.